दुर्गंध रहित सांसों के लिए अपनाएं देसी उपाय, बड़ी समस्या का शीघ्र समाधान

बात करते और हंसते वक्त जिस व्यक्ति की सांसों से बदबू आती हो, उसके पास कोई बैठना पसंद नहीं करता। फिर वह व्यक्ति देखने में कितना ही सुंदर क्यों ना हो। केवल सामाजिक व्यवहार के लिए ही नहीं बल्कि अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए भी हमें इस दुर्गंध का कारण पता होना चाहिए…
बैक्टीरिया के कारण आती है दुर्गंध
सांसों की दुर्गंध को मेडिकल भाषा में हेलिटोसिस कहते हैं। यह दुर्गंध या कहिए कि सांसों की स्मेल मुंह में पनपनेवाले बैक्टीरिया के कारण आती है। यह बैक्टीरिया इस ओर हमारा ध्यान दिलाने का काम भी करते हैं कि हमारे शरीर के साथ सबकुछ ठीक नहीं है। बल्कि पाचन तंत्र से लेकर ओरल हेल्थ तक सब पर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
सांसों की दुर्गंध के मुख्य कारण
-फास्ट फूड और स्पाइसी और ऑइली फूड
-तंबाकू प्रोडक्ट्स
-दांतों और मुंह की सही देखभाल ना करना, -सेहत संबंधी समस्याएं,
-मुंह का सूखापन,
-दांतों की तकलीफ
– ओरल इंफेक्शन
-किसी भी तरह का नशा करना
मुंह में होनेवाली क्रियाओं को समझें
-मुंह में मौजूद लार या सलाइवा हमारे मुंह को हाइड्रेट रखने में मदद करता है।
-इस सलाइवा में मौजूद ऐंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज दांतों को कई तरह की बीमारियों से बचाने का काम करती हैं।
-अगर किसी भी कारण से मुंह सूखा रहने लगे या सलाइवा की कमी हो जाए तो मुंह से बदबू आने लगती है।
-सलाइवा की कमी के कारण दांतों अन्य बीमारियां भी हो सकती हैं।
सुगंधित सांसों के लिए
-अगर आप मुंह की दुर्गंध के कारण किसी अप्रिय स्थिति का सामना नहीं करना चाहते हैं तो अच्छा रहेगा कि हर दिन कम से कम 3 लीटर पानी पिएं। पानी की यह सीमा वयस्कों के लिए है।
– खाना खाने से पहले पानी पी सकते हैं और खाना-खाने के कम से कम 25 मिनट बाद पानी पी सकते हैं। लेकिन भोजन के साथ पानी ना पिएं और भोजन के तुरंत बाद पानी ना पिएं।
-ऐसा करने से आपके पेट का पाचनतंत्र ठीक प्रकार से काम करता रहेगा और आपको सांसों की दुर्गंध की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा।
-किसी भी कारण से अगर आपको सांस की दुर्गंध को तुरंत दूर करना है तो आप सौंफ का उपयोग कर सकते हैं। या मुंह में लॉन्ग रखकर उसे टॉफी की तरह चूसते रहें। सांस की दुर्गंध से तुरंत राहत मिलेगी।
– भोजन करने के बाद प्रतिदिन सौंफ खाने से पाचन अच्छी तरह होता है। साथ ही मुंह की दुर्गंध से भी छुटकारा मिलता है।
-हर दिन कम से कम दो बार ब्रश अवश्य करें। प्रात: दिन की शुरुआत होते ही और रात को सोने से पहले। ऐसा करने से मुंह में दुर्गंध उत्पन्न करनेवाले बैक्टीरिया का नाश होता है।
-यदि संभव हो सके तो एक समय नीम या अशोक की दातून का अवश्य उपयोग करें। इससे सांस तो सुगंधित होगी ही साथ ही आपको मुंह की कई समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
-पुदीना पत्ती चबाना भी एक ऐसा विकल्प है, जो आपको सांस की दुर्गंध से तुरंत राहत प्रदान करने का कार्य करता है।
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