रेल भवन में गौरव का क्षण, तीन विजेता खिलाड़ियों का सम्मान
नई दिल्ली के रेल भवन में गुरुवार को एक ऐतिहासिक मुलाकात हुई, जब आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 की विजेता भारतीय टीम की तीन प्रमुख खिलाड़ी—उत्तराखंड की ऑलराउंडर स्नेह राणा, दिल्ली की सलामी बल्लेबाज प्रतीका रावल और हिमाचल प्रदेश की तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर—ने केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव से साक्षात्कार किया। ये तीनों खिलाड़ी भारतीय रेल की कर्मचारी हैं और विश्व कप में भारत की पहली महिला विश्व कप जीत में निर्णायक भूमिका निभाई। मंत्री वैष्णव ने उन्हें बधाई देते हुए कहा:
“भारतीय रेल लंबे समय से भारत की खेल प्रतिभाओं को निखारने में एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है।”
उन्होंने खिलाड़ियों की प्रेरक कहानियों को सुनकर प्रसन्नता जताई और कहा कि ये महिला सितारे रेलवे की गौरवशाली परंपरा का हिस्सा हैं। यह मुलाकात न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि का सम्मान थी, बल्कि रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड की भूमिका को रेखांकित करने वाली भी थी, जो साधारण पृष्ठभूमि के एथलीटों को वैश्विक मंच प्रदान करता है।
स्नेह राणा: उत्तराखंड की बेटी, रेलवे की शान
उत्तराखंड की स्नेह राणा (मुरादाबाद मंडल, उत्तर रेलवे) 2018 से भारतीय रेल से जुड़ी हैं। दाएं हाथ की ऑफ-स्पिन गेंदबाज और मध्यक्रम बल्लेबाज के रूप में जानी जाने वाली स्नेह ने विश्व कप में 6 मैचों में 7 विकेट लिए, जिसमें 2/32 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। बल्ले से 49.50 की औसत से 99 रन बनाए। शुरुआती मैचों में टीम की जीत में अहम योगदान दिया। स्नेह ने कहा:
“रेलवे ने मुझे न केवल नौकरी दी, बल्कि सपने पूरे करने का मंच भी।”
उनकी सफलता उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों की लड़कियों के लिए प्रेरणा है।
प्रतीका रावल: दिल्ली की सलामी बल्लेबाज, चोट के बावजूद प्रेरणा स्रोत
दिल्ली की प्रतीका रावल (दिल्ली मंडल, उत्तर रेलवे) अप्रैल 2023 में रेलवे में शामिल हुईं और हाल ही में वरिष्ठ लिपिक पद पर पदोन्नत हुईं। विश्व कप के शुरुआती दौर में चोट लगने के बावजूद, वे पूरे टूर्नामेंट में टीम के लिए प्रेरणा और समर्थन का स्रोत बनीं। संयमित बल्लेबाजी और गहरी खेल समझ के लिए जानी जाती हैं। पिछले साल वनडे डेब्यू के बाद से सबसे लगातार प्रदर्शन करने वाली बल्लेबाज में से एक।
रेणुका सिंह ठाकुर: हिमाचल की तेज गेंदबाज, गांव में भव्य स्वागत
हिमाचल प्रदेश की रेणुका सिंह ठाकुर (अंबाला डिवीजन, उत्तर रेलवे) दिसंबर 2020 में रेलवे में शामिल हुईं। दाएं हाथ की मध्यम-तेज गेंदबाज के रूप में मैच-विजेता साबित हुईं। विश्व कप में 3 महत्वपूर्ण विकेट लिए। जीत के बाद उनके गांव में स्थानीय अधिकारियों और ग्रामीणों ने भव्य समारोह आयोजित कर स्वागत किया, जहां भारत की पहली महिला विश्व कप जीत में उनके योगदान का जश्न मनाया गया।
भारतीय रेल: खेल प्रतिभाओं का पालना, ओलंपिक से विश्व कप तक
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने रेलवे की खेल नीति की सराहना की:
- विश्वस्तरीय प्रशिक्षण, रोजगार सुरक्षा, संस्थागत सहायता।
- रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड के माध्यम से साधारण परिवारों की प्रतिभाओं को निखारा जाता है।
- रेलवे खिलाड़ियों ने अर्जुन पुरस्कार, पद्म श्री, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न जैसे सम्मान अर्जित किए।
- ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप, एशियाई खेल, राष्ट्रमंडल खेल में लगातार सफलता।
- प्रदर्शन-आधारित प्रोत्साहन और निरंतर सशक्तिकरण।
रेलवे न केवल नौकरी देता है, बल्कि खेल करियर को स्थायित्व प्रदान करता है, जिससे खिलाड़ी बिना आर्थिक चिंता के उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें।
प्रभाव: महिला क्रिकेट में नया युग, रेलवे की भूमिका प्रेरणादायक
यह मुलाकात महिला क्रिकेट के स्वर्णिम युग की शुरुआत का प्रतीक है। तीनों खिलाड़ियों ने साबित किया कि रेलवे का समर्थन सपनों को हकीकत बनाने में निर्णायक है। स्नेह राणा ने कहा:
“रेलवे ने हमें नौकरी दी, विश्वास दिया और विश्व कप जीतने का मौका।”
यह आयोजन उत्तराखंड, दिल्ली और हिमाचल की बेटियों को खेल में आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा।