जल स्रोतों और टैंकों का नियमित क्लोरीनेशन
7 विभागों के अधिकारी 24×7 कंट्रोल रूम में तैनात
167 में से 162 पेयजल शिकायतों का समाधान
जिलाधिकारी की दो टूक: शिकायत उसी दिन हो दूर
टोल फ्री नंबरों के माध्यम से त्वरित समाधान
देहरादून जिला प्रशासन ने मानसून के दौरान भी नागरिकों को शुद्ध और निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री के सुशासन और जनसेवा संकल्प के तहत चलाए जा रहे इस अभियान के अंतर्गत जिलाधिकारी सविन बंसल ने समन्वित और सक्रिय रणनीति के निर्देश दिए हैं।
शिकायतों का त्वरित समाधान
14 अप्रैल से 17 जून तक कंट्रोल रूम को पेयजल आपूर्ति से जुड़ी 167 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 162 का समाधान सफलतापूर्वक किया जा चुका है। बाकी मामलों पर भी प्राथमिकता से कार्य जारी है। समस्याओं की निगरानी के लिए एडीएम की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है जो रोज़ाना इन मामलों की समीक्षा कर रही है।
24×7 कंट्रोल रूम और विभागीय समन्वय
जिलाधिकारी के निर्देश पर पेयजल से जुड़े 7 विभागों के अधिकारी 20 अप्रैल से 24×7 कंट्रोल रूम में तैनात हैं। यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर शिकायत का उसी दिन निस्तारण हो और कोई भी क्षेत्र पानी की किल्लत से न जूझे।
वास्तविक उदाहरण: समस्याओं का समाधान
- अजबपुर कलां और मोथरोवाला: गेल कंपनी के निर्माण कार्य के दौरान क्षतिग्रस्त हुई पाइपलाइन को मरम्मत कर पेयजल आपूर्ति बहाल की गई।
- गंगा एनक्लेव: विद्युत केबल बिछाने के दौरान टूटी लाइन की मरम्मत के बाद एकता विहार में नलकूप पुनः चालू किया गया।
- छावनी परिषद क्षेत्र: सड़क पर बह रहे पानी की लीकेज समस्या का मौका मुआयना कर समाधान किया गया।
पेयजल गुणवत्ता की सख्त निगरानी
DM सविन बंसल ने निर्देशित किया है कि सभी जल स्रोतों और टैंकों का नियमित क्लोरीनेशन किया जाए ताकि पानी की गुणवत्ता में कोई समझौता न हो। इसके साथ ही, ट्यूबवेल और नलकूपों पर निर्बाध बिजली आपूर्ति भी सुनिश्चित की जा रही है।
शिकायत दर्ज करने के लिए टोल फ्री नंबर
- ???? 0135-2726066
- ???? 1077
इन नंबरों पर प्राप्त सभी शिकायतों का त्वरित संज्ञान लेकर समाधान किया जा रहा है। साथ ही, जल संस्थान और जल निगम के डिविजनों में भी स्वतंत्र टोल फ्री नंबरों की प्रचार-प्रसार किया गया है।