30 जून को पांच जिलों में मॉक ड्रिल
टेबल टॉप एक्सरसाइज में तैयारियों की समीक्षा
बाढ़ से निपटने के लिए टास्क फोर्स और आईआरएस सिस्टम को सक्रिय किया गया
जनता तक एलर्ट पहुंचाने के लिए संचार प्रणाली होगी सशक्त
फूड पैकेट एयर ड्रॉप जैसे अभ्यास से ज़मीनी तैयारी का आकलन
प्रदेश में संभावित अत्यधिक वर्षा और बाढ़ की स्थितियों से निपटने को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुसार राज्य प्रशासन पूर्ण सतर्कता और तैयारी की दिशा में कार्य कर रहा है। इसी क्रम में 30 जून को देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल और चंपावत जिलों में व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी, जिसके लिए टेबल टॉप एक्सरसाइज के माध्यम से तैयारी की अंतिम समीक्षा की गई।
आपदा पूर्व तैयारी – मॉक ड्रिल का उद्देश्य
सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन ने स्पष्ट किया कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य:
- संभावित गैप्स की पहचान करना
- आपदा के समय त्वरित निर्णय क्षमता का विकास
- अंतर-विभागीय समन्वय का मूल्यांकन
- बचाव व राहत कार्यों की समयबद्धता सुनिश्चित करना है।
आईआरएस प्रणाली और प्रशिक्षण
- आईआरएस (Incident Response System) अधिसूचित किया गया है, जिसके अंतर्गत हर अधिकारी की भूमिका और जिम्मेदारी स्पष्ट की गई है।
- राज्य, जनपद और तहसील स्तर पर आईआरएस प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे ताकि सभी अधिकारी आपदा प्रबंधन के दौरान अपनी भूमिका को भलीभांति समझ सकें।
मॉक ड्रिल के विशेष परिदृश्य
- हरिद्वार: कांवड़ यात्रा के दौरान भगदड़ और डूबने की घटनाएं
- ऊधमसिंहनगर: स्कूल में जलभराव व बच्चों का रेस्क्यू
- नैनीताल/चंपावत: अतिवृष्टि से नदी में जलस्तर वृद्धि
- देहरादून: सोलानी नदी और अन्य क्षेत्रों में जलभराव
- बागेश्वर-कलसिया: तटबंध टूटने की स्थिति
फूड पैकेट एयर ड्रॉप का अभ्यास
बाढ़ में फंसे लोगों तक हवाई मार्ग से फूड पैकेट पहुँचाना, सटीकता, सुरक्षा, और समयबद्धता की दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा। इस अभ्यास के माध्यम से ऐसे आपातकालीन उपायों की व्यवहारिकता परखा जाएगा।
संचार और एलर्ट प्रणाली
यूएसडीएमए का लक्ष्य है कि आपदा की सूचना अंतिम छोर तक पहुंचे।
- वर्तमान रिस्पांस टाइम 12 मिनट तक पहुंच गया है।
- सभी संचार माध्यमों का प्रयोग कर एलर्ट लोगों तक समय से पहुँचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
आपदा प्रबंधन उपकरणों की समीक्षा
टेबल टॉप एक्सरसाइज के दौरान यह परखा गया:
- रेस्क्यू संसाधन: गोताखोर, बोट, जेसीबी, राफ्ट, जल पुलिस
- राहत शिविरों की व्यवस्था: खाद्य सामग्री, पानी, दवाएं, शौचालय आदि
- तहसील स्तर पर टास्क फोर्स गठित करने के निर्देश
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
जून में औसत से कम बारिश के बावजूद, जुलाई और अगस्त में अच्छी वर्षा की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट्स की सूचना से भी जिलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए।
प्रशासनिक समन्वय
अधिकारियों की सूची में शामिल रहे:
- डीआईजी राजकुमार नेगी, आनंद स्वरूप, विनीत कुमार, विजय कुमार, मो. ओबैदुल्लाह अंसारी, शुभांक रतूड़ी, राजू एस धपोला समेत SDRF, NDRF, UEPPCB, स्वास्थ्य, पुलिस, शिक्षा, खाद्य विभाग आदि के प्रतिनिधि।