लोक संस्कृति का उत्सव, शहीदों को नमन
मसूरी नगर पालिका टाउन हॉल में उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती के अवसर पर आयोजित भव्य सांस्कृतिक संध्या में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति और परंपराओं से ओत-प्रोत मनमोहक प्रस्तुतियां दी गईं, जिन्होंने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंत्री जोशी ने कलाकारों की प्रतिभा और उत्साह की सराहना करते हुए उनका हौसला बढ़ाया। विशेष रूप से, राज्य आंदोलन में बलिदान देने वाले शहीद आंदोलनकारियों के परिजनों को सम्मानित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव था, बल्कि राज्य निर्माण के संघर्ष और बलिदान की स्मृति को जीवंत करने का माध्यम भी बना।
मंत्री जोशी का संबोधन: अटल जी ने बनाया, मोदी जी संवार रहे, धामी जी आगे बढ़ा रहे
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने अमर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए कहा:
“उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों के संघर्ष और बलिदान की बदौलत आज हम अलग राज्य की रजत जयंती मना रहे हैं।”
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के ऐतिहासिक योगदान को याद किया:
“अटल जी ने उत्तराखंडवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए राज्य निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। उत्तराखंड को अटल जी ने बनाया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसको संवारने का कार्य कर रहे हैं।”
मंत्री ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले समय में उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में राज्य के विकास के नए आयामों का उल्लेख किया।
25 वर्षों की उपलब्धियां: UCC से लखपति दीदी तक
मंत्री जोशी ने राज्य की 25 वर्षीय यात्रा पर प्रकाश डाला:
- कृषि, उद्यान और ग्राम्य विकास: अभूतपूर्व कार्य।
- ऐतिहासिक फैसले:
- UCC लागू: देश का पहला राज्य।
- सख्त नकल कानून।
- धर्मांतरण विरोधी कानून।
- महिला सशक्तिकरण: समूहों के माध्यम से 1.65 लाख बहिनें लखपति दीदी बनीं।
- कनेक्टिविटी क्रांति: एयर, रेल और सड़क में ऐतिहासिक कार्य।
उन्होंने सभी को राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती की बधाई दी।
सम्मान और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां: कलाकारों का उत्साहवर्धन
मंत्री जोशी ने:
- शहीद आंदोलनकारियों के परिजनों को सम्मानित किया।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकारों को पुरस्कृत किया।
लोक नृत्य, गीत और पारंपरिक वाद्ययंत्रों की प्रस्तुतियों ने उत्तराखंड की जीवंत संस्कृति को जीवंत किया।
उपस्थितजन: स्थानीय नेतृत्व से जनप्रतिनिधि तक
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शामिल रहे:
- नगर पालिका अध्यक्ष: मीरा सकलानी
- मंडल अध्यक्ष: रजत अग्रवाल
- अन्य: मोहन पेटवाल, कुशाल राणा, सिकंदर, धर्मपाल पवार, अरविंद सेमवाल, कमला थपलियाल, अनीता धनाई, गौरी थपलियाल, जसोदा शर्मा, सीता पंवार
समापन: विकास और विरासत का संकल्प
यह सांस्कृतिक संध्या “विकास भी, विरासत भी” के संकल्प का प्रतीक बनी। मंत्री जोशी ने कहा कि उत्तराखंड न केवल सांस्कृतिक धरोहर संजोएगा, बल्कि आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई ऊंचाइयों को भी छुएगा।