श्रीनगर बैकुंठ चतुर्दशी मेला: आस्था, संस्कृति और विकास का संगम

 

श्रीनगर के विकास में करोड़ों की परियोजनाएं प्रगति पर।

सांस्कृतिक धरोहर को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास।

बिलकेदार-बेलकंडी क्षेत्र में नई टाउनशिप विकसित करने की योजना।

मेला देवभूमि की आस्था और समृद्ध परंपराओं का प्रतीक।

मेले और प्रदर्शनी का शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रीनगर के आवास विकास मैदान में आयोजित बैकुंठ चतुर्दशी मेला एवं विकास प्रदर्शनी-2024 का दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया। इससे पहले उन्होंने कमलेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक और कमल पुष्प अर्पित किए गए।

मुख्यमंत्री ने मुख्य कार्यक्रम स्थल पर विभागीय स्टॉल का निरीक्षण किया और उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि यह मेला न केवल देवभूमि की आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह हमारी समृद्ध परंपराओं का भी जीवंत उदाहरण है।

विकास योजनाओं पर जोर

मुख्यमंत्री ने श्रीनगर में हो रहे विकास कार्यों का विवरण दिया, जिनमें शामिल हैं:

  1. मेडिकल कॉलेज: ₹25 करोड़ की लागत से क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण।
  2. रोडवेज बस अड्डा और पार्किंग: ₹4.88 करोड़ की लागत से निर्मित।
  3. नई टाउनशिप योजना: बिलकेदार-बेलकंडी क्षेत्र में एक आधुनिक टाउनशिप विकसित करने की योजना।

उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत करोड़ों के कार्य हो रहे हैं। इसके अलावा, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना से क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ेगी, जिससे पर्यटन और स्थानीय विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।

सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण

मुख्यमंत्री ने इस मेले को सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा बताते हुए आयोजकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह मेला नई पीढ़ी को राज्य की परंपराओं से जोड़ने का एक प्रयास है।

नई पहल: गुलदार संघर्ष न्यूनीकरण

इस मौके पर गुलदार और मानव संघर्ष न्यूनीकरण पर आधारित एक पुस्तक का विमोचन किया गया। यह पुस्तक कक्षा 1 से 8 तक के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेगी, जिससे छात्रों को जंगल और वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूक किया जाएगा।

भू-कानून और संस्कृति का संरक्षण

कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने राज्य में भू-कानून पर चर्चा करते हुए कहा कि यह कानून सभी निवासियों की सुरक्षा और संस्कृति के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि व्यापार करने की आजादी सबको है, लेकिन इसके नाम पर संस्कृति से समझौता नहीं होने दिया जाएगा।

प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति

इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, डीआईजी सुभाष चंद्र नेगी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही।

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