बाबा केदार की नगरी में बर्फ की चादर, भक्तों का उत्साह बरकरार

रुद्रप्रयाग, 09 अक्टूबर 2025 उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर रंग बदला है, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है, जिसके कारण केदारनाथ धाम सहित कई शिखर बर्फ की मोटी चादर से ढक गए हैं। वहीं, मैदानी इलाकों में बादल और धूप का खेल जारी है। मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें बारिश, आकाशीय बिजली, और तेज हवाओं की चेतावनी शामिल है। इसके बावजूद, भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ, और वे बर्फबारी के बीच भी बाबा केदार के दर्शन के लिए लाइन में लग रहे हैं।

हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी का सिलसिला, केदारनाथ में चारों ओर बर्फ

उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पिछले 72 घंटों से रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है, जिससे केदारनाथ धाम सहित आसपास की चोटियां बर्फ से ढक गई हैं। रुद्रप्रयाग जिले में स्थित यह विश्व प्रसिद्ध धाम तीसरे दिन भी बर्फबारी और हल्की बारिश का सामना कर रहा है। धाम के चारों ओर बर्फ की मोटी परत जम गई है, जिससे तापमान में भारी गिरावट आई है। मौसम की मार के कारण हेलीकॉप्टर सेवाओं को भी उड़ान भरने में दिक्कतें हो रही हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

हालांकि, बर्फबारी के बीच भी केदारनाथ धाम में भक्तों का तांता लगा हुआ है। सोमवार से शुरू हुई यह बर्फबारी धाम में ठंड को और गहरा कर रही है, लेकिन भक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। धाम पहुंचे श्रद्धालु बर्फबारी का आनंद लेते हुए बाबा के दर्शन कर रहे हैं।

भक्तों का उत्साह: बर्फ के बीच दर्शन का सिलसिला जारी

केदारनाथ धाम में बर्फबारी के बावजूद भक्तों की भीड़ कम नहीं हुई है। भैयादूज के पर्व पर 23 अक्टूबर को बाबा केदार के कपाट बंद होने की तैयारी के बीच, श्रद्धालु इस मौके का लाभ उठाने के लिए पहुंच रहे हैं। धाम का आंकड़ा 16 लाख 50 हजार तक पहुंच गया है, जो इस बात का प्रमाण है कि भक्तों में बाबा के प्रति अगाध श्रद्धा है। बर्फ से ढके रास्तों और ठंड के बावजूद लोग दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े हैं।

भक्तों के लिए यह बर्फबारी एक अलौकिक अनुभव बन गई है। कई लोग अपने मोबाइल फोन से इस दृश्य को कैद कर रहे हैं और बर्फ के बीच बाबा के दर्शन को यादगार बना रहे हैं। हालांकि, ठंड के प्रकोप से बचने के लिए भक्तों को गर्म कपड़ों और जूतों की सलाह दी जा रही है।

मौसम विभाग की चेतावनी: येलो अलर्ट जारी, बारिश और हवाओं का खतरा

मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों—देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, और पिथौरागढ़—के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, बुधवार को इन क्षेत्रों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने, 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने, और बारिश के तीव्र होने की संभावना है। यह अलर्ट यात्रियों और स्थानीय लोगों को सावधान रहने की सलाह देता है।

निचले इलाकों में भी लगातार बारिश से ठंड ने दस्तक दे दी है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड बनी रहेगी, जिससे यात्रियों को और सतर्क रहने की जरूरत है।

बदरी-केदार मंदिर समिति की अपील: गर्म कपड़े और दवाएं साथ रखें

बदरी-केदार मंदिर समिति के सदस्य विनीत पोस्ती ने तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि वे धाम आने से पहले गर्म कपड़े, जूते, और आवश्यक दवाएं साथ लेकर आएं। उन्होंने कहा, “पिछले तीन दिनों से बर्फबारी और बारिश के कारण ठंड बढ़ गई है। भक्तों की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है कि वे पूरी तैयारी के साथ आएं।” पोस्ती ने यह भी बताया कि धाम में मौसम खराब होने के बावजूद व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखी जा रही हैं।

हेलीकॉप्टर सेवा में रुकावट के बावजूद पैदल और अन्य साधनों से यात्रा करने वाले भक्तों को स्थानीय प्रशासन और समिति का सहयोग मिल रहा है। कपाट बंद होने से पहले यह बर्फबारी धाम की प्राकृतिक सुंदरता को और निखार रही है।

भक्तों का अनुभव: बर्फबारी में दर्शन का अलौकिक आनंद

धाम पहुंचे भक्तों ने बर्फबारी को एक सुखद अनुभव बताया। दिल्ली से आए रमेश शर्मा ने कहा, “बर्फबारी के बीच बाबा के दर्शन का अपना अलग आनंद है। ठंड से थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन श्रद्धा ने सब सहन कर लिया।” वहीं, हरिद्वार की सुनीता देवी ने बताया, “बर्फ से ढके मंदिर का नजारा देखकर मन प्रफुल्लित हो गया। यह यात्रा हमेशा याद रहेगी।”

स्थानीय लोगों के अनुसार, इस साल बर्फबारी थोड़ा जल्दी शुरू हो गई है, जो कपाट बंद होने से पहले धाम की ठंडक को और बढ़ा सकती है। फिर भी, भक्तों का उत्साह देखते ही बनता है।

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