देहरादून जिला सूचना कार्यालय में वरिष्ठ पत्रकारों ने साझा किए अपने विचार
प्रेस और मीडिया के बदलते स्वरूप पर मंथन
राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर जिला सूचना कार्यालय, देहरादून में एक गोष्ठी आयोजित की गई। यह कार्यक्रम भारतीय प्रेस परिषद, नई दिल्ली के निर्देशानुसार हुआ। गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार नरेश मनोचा ने की और मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ पत्रकार वीडी शर्मा उपस्थित रहे। सहायक निदेशक एवं जिला सूचना अधिकारी बीसी नेगी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
तकनीकी युग में मीडिया की चुनौतियां और जिम्मेदारियां
सहायक निदेशक बीसी नेगी ने कहा कि आधुनिक तकनीक ने मीडिया की पहुंच और प्रभाव को बढ़ाया है, लेकिन पारंपरिक मीडिया में भी कई बदलाव हुए हैं। उन्होंने मीडिया कर्मियों को पूर्ण तथ्यों और सभी पक्षों की जांच के बाद ही खबरों के प्रसारण पर जोर दिया। उन्होंने सरकार की जनहित योजनाओं को जनता तक पहुंचाने की जिम्मेदारी पर भी ध्यान दिलाया।
वरिष्ठ पत्रकारों के विचार
- वीडी शर्मा: बदलाव को प्रकृति का नियम बताते हुए उन्होंने मीडिया की घटती विश्वसनीयता पर चिंता जताई और वर्कशॉप के माध्यम से सुधार के प्रयासों का सुझाव दिया।
- नरेश मनोचा: प्रेस परिषद की भूमिका और पत्रकारिता के बदलते स्वरूप पर चर्चा की।
- गिरिधर गोपाल लुथरा: अपनी पत्रकारिता यात्रा के अनुभव साझा करते हुए आधुनिक युग के तकनीकी बदलावों पर प्रकाश डाला।
- मंगेश कुमार: तकनीकी प्रगति को अपनाने पर जोर देते हुए नई पीढ़ी और पुराने समय की पत्रकारिता में अंतर पर चर्चा की।
- संजय पाठक: पत्रकारिता में आलोचना की बजाय समालोचना को बढ़ावा देने की बात की।
- गोपाल सिंघल: आधुनिक पत्रकारिता की चुनौतियों और अवसरों पर विचार प्रस्तुत किए।
विशेष उपस्थिति और सहभागिता
गोष्ठी में राजेश ध्यानी, संदीप शर्मा, मोनू, आरके शर्मा, आलोक शर्मा, और अन्य पत्रकारों ने भी अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर क.स. इंद्रेश चंद्र और कार्यालय के अन्य कर्मचारी एवं मीडिया से जुड़े लोग उपस्थित रहे।