पद्मश्री डॉ. संजय के नेतृत्व में सड़क सुरक्षा अभियान का आयोजन
- सड़क दुर्घटनाओं के कारण और समाधान पर विशेषज्ञों ने दी राय**
सड़क दुर्घटना पीड़ितों को श्रद्धांजलि
देहरादून में संजय ऑर्थोपेडिक, स्पाइन एवं मैटरनिटी सेंटर और सेवा सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए और गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को समर्पित विश्व स्मरण दिवस 2024 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दुर्घटनाओं के पीड़ितों और उनके परिवारों को मंच प्रदान किया गया।
पद्मश्री डॉ. संजय ने 25 वर्षों से जारी अपने सड़क सुरक्षा अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि हर साल देश में लगभग पाँच लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें डेढ़ लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा देते हैं। इसके अलावा, कई लोग स्थायी विकलांगता का सामना करते हैं।
सड़क दुर्घटनाओं के मुख्य कारण
डॉ. संजय ने सड़क दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों की जानकारी देते हुए बताया कि ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग, ओवरटेकिंग, और मोबाइल का इस्तेमाल इसके प्रमुख कारण हैं। इसके अलावा, नशा, नींद की कमी, और थकान जैसी समस्याएं भी दुर्घटनाओं को बढ़ावा देती हैं।
विशेषज्ञों और अतिथियों के सुझाव
नियम पालन और मेडिटेशन पर जोर
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, पूर्व जस्टिस राजेश टंडन ने कानून के पालन और मेडिटेशन को सड़क दुर्घटनाएं रोकने का प्रभावी उपाय बताया।
युवाओं में बढ़ती प्रतिस्पर्धा
डॉ. अश्विनी कांबोज ने युवाओं में ओवरस्पीडिंग की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता जताई। वहीं, डॉ. प्रवीण मित्तल ने कहा कि युवाओं को शराब पीकर वाहन चलाने से बचना चाहिए, और यह आदत बचपन से ही सिखाई जानी चाहिए।
अभिभावकों की भूमिका
डॉ. सुजाता संजय ने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों को सड़क सुरक्षा के महत्व का पाठ पढ़ाएं। पत्रकार प्रकाश सिंह और सामाजिक कार्यकर्ता ललित शर्मा ने नींद और थकान को दुर्घटनाओं के प्रमुख कारक बताते हुए पर्याप्त आराम पर जोर दिया।
व्यक्तिगत जिम्मेदारी
डॉ. एस.एन. सिंह ने कहा कि सड़क पर सुरक्षित रहना केवल तकनीकी सुधारों से संभव नहीं है। सभी को स्वयं में सुधार और नियमों के प्रति जागरूक होना होगा।