महिला आयोग द्वारा 7वें राष्ट्रीय पोषण माह पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन
देहरादून: उत्तराखंड राज्य महिला आयोग द्वारा राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से ऋषिकेश के खैरीकला, श्यामपुर स्थित राणा फार्म हाउस में 7वें पोषण माह के तहत “स्वस्थ भारत का पोषण” विषय पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल और महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
महिलाओं के पोषण पर जोर
कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने महिलाओं के पोषण और उनके सशक्तिकरण को लेकर महिला आयोग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोटे अनाज को बढ़ावा दिया है, तब से इसकी मांग न केवल सामान्य वर्ग बल्कि उच्च वर्ग में भी तेजी से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार माँ का दूध बच्चे के लिए अमूल्य होता है, उसी प्रकार मोटे अनाज का भी कोई विकल्प नहीं है।
महिला आयोग की भूमिका
कार्यक्रम में महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने बताया कि 2018 से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए इस अभियान का उद्देश्य देश की मातृशक्ति को पोषण युक्त आहार के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाओं के माध्यम से महिलाओं को सही पोषण और सशक्तिकरण के विषय में जानकारी दी जा रही है।
विशेषज्ञों द्वारा जागरूकता
कार्यशाला में आहार विशेषज्ञ डॉ. अर्चना द्विवेदी ने महिलाओं को संतुलित और नियमित आहार के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने एनीमिया और अन्य पोषण संबंधी समस्याओं पर चर्चा की। मनोचिकित्सक डॉ. अनन्य दास ने मानसिक स्वास्थ्य और इसके शरीर पर होने वाले प्रभावों के बारे में जानकारी दी। वहीं योगाचार्य डॉ. लक्ष्मी नारायण जोशी ने योग के लाभ और स्वास्थ्य पर इसके सकारात्मक प्रभावों की जानकारी दी।
महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं पर चर्चा
कार्यशाला में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वंदना राजपूत ने मासिक धर्म और महिलाओं से जुड़ी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के निवारण के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा, पुलिस उप निरीक्षक चिंतामणि मैठाणी ने साइबर अपराध और महिलाओं के कानूनी अधिकारों पर चर्चा की। बाल विकास परियोजना अधिकारी नेहा सिंह ने पोषण और महिला सशक्तिकरण से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी।
मोटे अनाज का महत्व
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने मिलकर मोटे अनाज से बने पौष्टिक भोजन का आनंद लिया। महिला आयोग के सदस्य सचिव उर्वशी चौहान ने आयोग की कार्यशैली और महिला सशक्तिकरण के प्रयासों के बारे में महिलाओं को अवगत कराया। इस अवसर पर वीरभद्र जनकल्याण समिति की बहनों द्वारा मंगल गीतों की प्रस्तुति भी दी गई।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को महालक्ष्मी किट वितरित की गई और पोषण प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आयोग के अन्य सदस्य, स्थानीय जनप्रतिनिधि, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और बाल विकास विभाग के कर्मचारी भी मौजूद रहे।