मुख्य बिंदु:
- गुप्तकाशी से उखीमठ तक डोली यात्रा का भक्तिमय आयोजन
- डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल पर भव्य स्वागत
- हजारों श्रद्धालुओं ने की बाबा केदारनाथ के दर्शन
गुप्तकाशी से उखीमठ तक डोली यात्रा
भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली ने गुप्तकाशी स्थित श्री विश्वनाथ मंदिर से प्रस्थान कर शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ में प्रवेश किया। इस यात्रा में सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों और स्थानीय वाद्य यंत्रों का आयोजन किया गया। यात्रा के मार्ग पर श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा कर डोली का भव्य स्वागत किया।
ओंकारेश्वर मंदिर में डोली का स्वागत और पूजाएं शुरू
डोली के आगमन के अवसर पर श्री ओंकारेश्वर मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया था। हजारों श्रद्धालु भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के दर्शन करने के लिए उमड़े। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय और अन्य अधिकारियों ने डोली यात्रा में शामिल सभी श्रद्धालुओं और भक्तों को शुभकामनाएं दीं। इसके साथ ही ओंकारेश्वर मंदिर में भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजाएं शुरू हो गई हैं।
मंदिर समिति और स्थानीय श्रद्धालुओं का सहयोग
डोली के स्वागत के इस आयोजन में बीकेटीसी के कई सदस्य, स्थानीय अधिकारी और मंदिर के पुजारी भी शामिल रहे। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने पूरे यात्रा मार्ग पर डोली का स्वागत किया और इस भक्तिमय माहौल में भाग लिया।
तुंगनाथ मंदिर की डोली यात्रा
इस बीच, तुंगनाथ मंदिर के कपाट भी 4 नवंबर को बंद हो चुके हैं। तुंगनाथ जी की उत्सव डोली ने चोपता में रात्रि प्रवास किया और 6 नवंबर को भनकुन पहुंचेगी। 7 नवंबर को डोली श्री मर्केटेश्वर मंदिर, उखीमठ पहुंचेगी, जिसके साथ मर्केटेश्वर मंदिर में शीतकालीन पूजाओं का आरंभ हो जाएगा।