राज्य स्थापना दिवस पर पुलिस लाइन में राज्यपाल ने रैतिक परेड का निरीक्षण कर सलामी ली

प्रधानमंत्री ने जो नौ आग्रह किए हैं, वे हमारे लिए नौ संकल्पों के समान: राज्यपाल
युवाओं को नशे और ड्रग्स से दूर रखने के लिए सभी वर्गों का सहयोग जरूरी: राज्यपाल

देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार को पुलिस लाइन, देहरादून में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाग लिया। इस अवसर पर राज्यपाल ने रैतिक परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली। कार्यक्रम में पुलिस विभाग के विशेष साहसिक प्रदर्शन, खासकर श्वान दल के प्रदर्शन ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।

राज्यपाल का संबोधन
राज्य स्थापना दिवस पर अपने संबोधन में राज्यपाल गुरमीत सिंह ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी और राज्य आंदोलन से जुड़े अमर शहीदों एवं आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि राज्य की 24 वर्षों की यात्रा में उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में आ चुका है। उन्होंने विकास के हर पैमाने पर राज्य की प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि सड़कों, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, और वित्तीय समावेशन में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं, लेकिन राज्य में अभी बहुत कुछ करना बाकी है और इसके लिए सभी का सामूहिक योगदान जरूरी है।

युवाओं के लिए महत्वपूर्ण संदेश
राज्यपाल ने युवाओं को नशे और ड्रग्स से दूर रखने की अपील की और इस दिशा में उत्तराखण्ड पुलिस को समाज के सभी वर्गों के साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “ड्रग्स-फ्री उत्तराखण्ड बनाने के लिए हम सभी का सहयोग जरूरी है, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित और उज्ज्वल भविष्य मिल सके।”

प्रधानमंत्री मोदी के नौ आग्रहों पर टिप्पणी
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा उत्तराखण्ड राज्य के विकास के लिए किए गए नौ आग्रहों का उल्लेख किया और कहा कि ये नौ आग्रह राज्य के लिए नौ संकल्पों के समान हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन संकल्पों का पूरी ईमानदारी और निष्ठा से पालन करेगी।

उत्तराखण्ड की तरक्की के लिए कृषि, पर्यटन, और प्रौद्योगिकी
राज्यपाल ने उत्तराखण्ड की तरक्की के लिए कृषि, बागवानी, एरोमैटिक खेती, शहद उत्पादन, होम स्टे, पर्यटन, योग और वेलनेस सेक्टर को विकास के मुख्य क्षेत्रों के रूप में बताया। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में अच्छा काम कर हम अपने गांवों में रोजगार और समृद्धि ला सकते हैं। “जो गांव आज पलायन के कारण ‘घोस्ट विलेज’ कहलाते हैं, उन्हें ‘होस्ट विलेज’ बनाना हमारी जिम्मेदारी है,” उन्होंने कहा।

वाइब्रेंट विलेज योजना और होम स्टे योजना
राज्यपाल ने सीमांत क्षेत्रों के लिए सरकार की वाइब्रेंट विलेज योजना और होम स्टे योजना की सराहना की। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत 51 गांवों में चल रहे विकास कार्यों से रिवर्स पलायन को बढ़ावा मिल रहा है, और इससे सीमावर्ती गांवों में सर्वांगीण विकास हो रहा है।

सड़क दुर्घटना से सिखने की आवश्यकता
राज्यपाल ने हाल ही में अल्मोड़ा में हुई सड़क दुर्घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे हमें सबक लेने की आवश्यकता है और इसके बाद प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए, राज्य में टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट की सेवाओं को बढ़ाना आवश्यक है, ताकि लोगों तक जनसुविधाएं सुगमता से पहुंच सकें।

राज्य को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का संकल्प
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए हम सभी को नए संकल्पों के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य के निरंतर विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

उत्तराखण्ड गौरव सम्मान पुरस्कार-2024
इस साल के उत्तराखण्ड गौरव सम्मान से भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, लोक गायक प्रीतम भर्तवाण, समाज सुधारक एवं आध्यात्मिक गुरु माता मंगला, अभिनेता हेमंत पांडेय और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. महेश कुडियाल को सम्मानित किया गया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने इन महानुभावों को पुरस्कार प्रदान किया।

प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर वीडियो संदेश के जरिए प्रदेशवासियों को बधाई दी और राज्य की प्रगति की सराहना की।

कार्यक्रम में अन्य सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, डॉ. धन सिंह रावत, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद महेन्द्र भट्ट, और अन्य वरिष्ठ नेता व अधिकारी भी मौजूद थे।

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