मुख्य बिंदु:
- डीएम सविन बंसल के प्रोजेक्ट ‘उत्कर्ष’ के तहत सरकारी स्कूलों में फर्नीचर उपलब्ध कराने का कार्य शुरू।
- हुडको और ओएनजीसी की मदद से 250 स्कूलों में 25 फरवरी तक फर्नीचर पहुंचाने का लक्ष्य।
- जल्द ही एलईडी स्क्रीन के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध होगी।
- स्कूलों में मूलभूत सुविधाएं, खेल, कॉमिक्स, मैगजीन, महापुरुषों की जीवनियाँ और न्यूज़पेपर अनिवार्य किए जाएंगे।
डीएम के ‘उत्कर्ष’ प्रोजेक्ट से बदल रही स्कूलों की तस्वीर
देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा सरकारी स्कूलों को आधुनिक बनाने के लिए ‘उत्कर्ष’ प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इस योजना के अंतर्गत स्कूलों में फर्नीचर, एलईडी स्क्रीन, वाइट बोर्ड, आउटडोर स्पोर्ट्स सुविधाएं और अन्य संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
ओएनजीसी और हुडको ने इस योजना में आर्थिक सहयोग दिया है:
- ओएनजीसी – 1.5 करोड़ रुपये की सहायता से फर्नीचर और अन्य उपकरण उपलब्ध करा रही है।
- हुडको – 3.5 करोड़ रुपये की सहायता से आधुनिक एलईडी स्क्रीन और अन्य सुविधाओं पर काम कर रही है।
25 फरवरी 2025 तक जिले के 250 स्कूलों को फर्नीचर उपलब्ध करा दिया जाएगा।
अब ऑनलाइन पढ़ाई होगी संभव
डीएम सविन बंसल की योजना के तहत सरकारी स्कूलों को डिजिटल क्लासरूम में बदला जा रहा है।
- एलईडी स्क्रीन की मदद से ऑनलाइन पढ़ाई कराई जाएगी।
- प्रत्येक कक्षा में वाइट बोर्ड, दो एलईडी लाइट्स और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।
- स्कूलों में सुरक्षित पेयजल, शौचालय, खेल और मनोरंजन के साधनों को भी प्राथमिकता दी जा रही है।
महापुरुषों की जीवनियों और अखबारों से बढ़ेगा ज्ञान
डीएम ने निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक स्कूल में अखबार, मैगजीन, शब्दकोश और महापुरुषों की जीवनियाँ अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाएं।
- इससे बच्चों को सामान्य ज्ञान बढ़ाने और महापुरुषों से प्रेरणा लेने का अवसर मिलेगा।
- पढ़ाई के साथ कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाएगा।
बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा का संकल्प
- डीएम ने शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी स्कूलों में मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।
- शुद्ध पेयजल, साफ शौचालय, पानी की टंकियों की सफाई और गुणवत्तापूर्ण पोषण युक्त भोजन उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया जाए।