जाम से निजात और यातायात का सुगम प्रबंधन
प्रस्तावित मार्ग: मुख्य विशेषताएं
- लंबाई और लागत:
- नया मार्ग 40 किलोमीटर लंबा होगा।
- निर्माण लागत: ₹3,700 करोड़।
- मार्ग का आरंभ और अंत:
- शुरुआत: सुद्धोवाला क्षेत्र।
- समाप्ति: मसूरी में लाइब्रेरी चौक से 3 किमी आगे, एकांत भवन के पास।
- प्रमुख विशेषताएं:
- मार्ग में दो सुरंगें प्रस्तावित, कुल लंबाई 4.5 किमी।
- फोरलेन निर्माण झाझरा और आशारोड़ी के बीच।
यातायात प्रबंधन और लाभ
- शहर में प्रवेश से बचाव:
- मसूरी जाने वाले वाहन देहरादून शहर में प्रवेश नहीं करेंगे।
- ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी।
- पर्यटकों के लिए सहूलियत:
- नया मार्ग समय की बचत करेगा।
- यातायात दबाव कम होने से अनुभव होगा बेहतर।
- दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जुड़ाव:
- आशारोड़ी से झाझरा के बीच सीधा जुड़ाव।
- वाहन एक्सप्रेसवे के अंतिम छोर से सीधे नए मार्ग पर जा सकेंगे।
पर्यावरणीय और भूमि संबंधी चुनौतियां
- भूमि अधिग्रहण:
- 157.90 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता।
- इसमें वन और निजी वन भूमि शामिल।
- पर्यावरणीय प्रभाव:
- 18,493 पेड़ों की कटाई का प्रस्ताव।
- संतुलित विकास के लिए केंद्र और राज्य की योजना जरूरी।
वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजना
- केंद्र सरकार की सैद्धांतिक सहमति प्राप्त।
- डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) और स्वीकृति की प्रक्रिया जारी।
- राज्य और केंद्र सरकार को मिलकर तेजी से कार्य करना होगा।
नए मार्ग का महत्व
- पर्यटन सीजन में राहत:
- पर्यटन सीजन और लांग वीकेंड पर जाम की समस्या से मुक्ति।
- आर्थिक विकास:
- मसूरी और देहरादून में पर्यटन के विकास को बढ़ावा।
- स्थानीय निवासियों को लाभ:
- देहरादून शहर के निवासियों को ट्रैफिक दबाव से राहत।