मां नंदा और हनुमान जी को चढ़ाया गया रोट प्रसाद
बदरीनाथ: बदरीनाथ धाम में नंदाष्टमी पर्व का शुभारंभ बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ हुआ। इस अवसर पर श्री बदरीनाथ मंदिर में मां नंदा और हनुमान जी की विशेष पूजा-अर्चना की गई। भक्तों ने मां नंदा और हनुमान जी को रोट का प्रसाद चढ़ाया। साथ ही, बदरीनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के उपाध्यक्ष किशोर पंवार और अन्य श्रद्धालु इस शुभ अवसर पर उपस्थित थे।
बामणी गांव में होगी मां नंदा की विशेष पूजा
बदरीनाथ धाम के समीप बामणी गांव में भी नंदाष्टमी महोत्सव का आयोजन किया गया। यहां मां नंदा के पुजारियों और भक्तों ने मां को समर्पित फूलों के साथ उच्च हिमालयी क्षेत्र की ओर प्रस्थान किया। इस यात्रा के दौरान श्रद्धालु विशेष ब्रह्म कमल लेकर मां नंदा की पूजा करेंगे। तीन-दिवसीय नंदाष्टमी महोत्सव का समापन बृहस्पतिवार को होगा।
मां नंदा महोत्सव की भव्य शुरुआत
नंदाष्टमी के इस शुभ अवसर पर, भगवान बदरीविशाल के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में भक्त बदरीनाथ पहुंचे। बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार और प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी ने भगवान बदरीविशाल के दर्शन करवाने के बाद देवपश्वागणों का सम्मान किया और उन्हें फूल लाने के लिए कैलाश पर्वत की ओर रवाना किया।
हनुमान जी की विशेष पूजा-अर्चना
बदरीनाथ मंदिर परिसर में हनुमान जी की विशेष पूजा आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल, आचार्य रविंद्र भटृ और आचार्य अमित बंदोलिया द्वारा की गई। इस अवसर पर मंदिर समिति के कई अधिकारी और स्थानीय श्रद्धालु उपस्थित रहे।
गणपति विसर्जन
नंदाष्टमी महोत्सव के साथ ही श्री बदरीनाथ धाम में गणपति विसर्जन का आयोजन भी किया गया। शोभायात्रा के साथ गणपति की मूर्ति को टैक्सी स्टैंड से बदरीनाथ मंदिर तक ले जाया गया और बाद में गांधी घाट, अलकनंदा नदी के तट पर मूर्ति का विसर्जन किया गया। इस दौरान श्री बदरीश युवा पुरोहित संगठन के पदाधिकारी और मंदिर समिति के अधिकारी भी उपस्थित थे।
उपस्थित श्रद्धालु एवं अधिकारी: इस शुभ अवसर पर बीकेटीसी के अधिकारी, कर्मचारी, महिला मंगल दल और बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए, जिन्होंने पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया और मां नंदा के जयकारों से माहौल को भक्तिमय बना दिया।