परिसीमन के साथ चुनाव कराने की तैयारी
देहरादून, आजखबर। उत्तराखंड में इस साल के अंत तक निकाय चुनावों की तैयारियाँ जोरों पर हैं। दिसंबर तक निकाय चुनाव कराने की योजना बनाई गई है, जबकि पंचायत चुनावों के लिए जनवरी 2025 की तैयारी चल रही है। परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही दोनों चुनावों की तिथियाँ स्पष्ट होंगी। राज्य चुनाव आयोग ने इस बार भी 2011 की जनगणना के आधार पर चुनाव कराने का निर्णय लिया है, जैसा कि 2018 में किया गया था।
अधिसूचना की संभावित तिथि
सरकार और चुनाव आयोग द्वारा की गई तैयारियों के अनुसार, निकाय चुनाव की अधिसूचना 10 नवंबर 2024 तक जारी होने की संभावना है। वहीं, 27 नवंबर 2024 को राज्य के पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इस समयावधि में निकाय और पंचायत चुनाव दोनों की तैयारियाँ तेजी से चल रही हैं। परिसीमन की स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही निकाय और पंचायत चुनावों के लिए अंतिम रूपरेखा बनाई जाएगी।
निकाय और पंचायत परिसीमन का संबंध
निकाय और पंचायत चुनाव आपस में जुड़े हुए हैं, क्योंकि परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही यह तय होगा कि पंचायत का कौन सा हिस्सा निकाय में शामिल होगा और कौन सा हिस्सा निकाय से पंचायत में वापस जाएगा। इसलिए, शहरी विकास विभाग और पंचायती राज विभाग दोनों अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में जुटे हुए हैं।
105 निकायों पर चुनाव
नए परिसीमन के बाद उत्तराखंड में कुल 105 निकाय हैं, जिनमें से 102 निकायों पर चुनाव होंगे, जबकि बदरीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री में चुनाव नहीं होंगे। इस बार दो नए नगर निगम अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जोड़े गए हैं, जिससे प्रदेश में नगर निगमों की संख्या 11 हो गई है। तीन नई नगर पालिकाओं—पुरोला, कालाढूंगी और भीमताल—के साथ नगर पालिकाओं की संख्या 45 हो गई है। साथ ही, तीन नई नगर पंचायतों—मुनस्यारी, घाट और गुप्तकाशी—के साथ नगर पंचायतों की संख्या 46 हो गई है।
पंचायत चुनाव की तैयारी
पंचायती राज विभाग की निदेशक निधि यादव के अनुसार, सभी जिलों में परिसीमन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब पंचायत चुनाव की तैयारी अंतिम चरण में है। परिसीमन के बाद पंचायतों की सीमाओं में बदलाव किया गया है ताकि चुनावी प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हो सके।