जनता दर्शन में जन विश्वास, त्वरित समाधान और जवाबदेही का उदाहरण
देहरादून के ऋषिपर्णा सभागार में जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में जनता दर्शन जनसुनवाई का आयोजन हुआ, जिसमें 85 शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें अधिकतर मामले भूमि विवादों से जुड़े रहे, जबकि अन्य शिकायतें विद्युत, सिंचाई, शिक्षा, वन, एमडीडीए, नगर निगम और पुलिस विभाग से संबंधित थीं।
भूमि विवादों पर विशेष ध्यान
- पुलमा देवी प्रकरण में डीलरों द्वारा टिहरी विस्थापित की जमीन दो बार बेचे जाने पर डीएम ने एसडीएम ऋषिकेश की अध्यक्षता में जांच समिति बनाई।
- रिपोर्ट आने के बाद इसे एसआईटी लैंड फ्रॉड सेल को सौंपने के निर्देश दिए गए।
शिक्षा विभाग पर नाराजगी
- मियावाला, भाऊवाला, सिमोग आदि विद्यालयों की जर्जर स्थिति पर डीएम ने मुख्य शिक्षा अधिकारी से 1 दिन में रिपोर्ट मांगी।
- खंड शिक्षा अधिकारियों से सभी स्कूल भवनों की निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया।
- डीएम ने सख्ती से कहा कि बजट मिलने के बाद भी भवन जर्जर रहना अस्वीकार्य है।
दिव्यांगों और महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रोत्साहन
- दिव्यांग महिला बबीता को मौके पर ही रोजगारपरक प्रशिक्षण और स्वरोजगार योजना स्वीकृत की गई।
- परिजात एन्क्लेव की महिला की शिकायत पर, एमडीडीए अधिकारियों को खिड़की निर्माण पर जवाब देने का आदेश।
सीवर बहाव, वेतन भुगतान और अन्य शिकायतों पर त्वरित निर्देश
- पशुपति एन्क्लेव में सीवर बहाव की शिकायत पर नगर निगम को तत्काल सफाई कराने के आदेश।
- सुमित सिंह को बीएसएनएल से वेतन व ईपीएफ भुगतान न मिलने पर जीएम बीएसएनएल को कार्यवाही के निर्देश।
वन विभाग की लापरवाही पर चेतावनी
- ग्राम तौली निवासी हुकम सिंह की भूमि सीमांकन न होने पर डीएम ने 3 दिन में सर्वे रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
- पहले दिए गए निर्देशों की अनदेखी पर वन विभाग अधिकारियों को कड़ी चेतावनी।
एमडीडीए की धीमी कार्रवाई पर फटकार
- भवन उल्लंघन के मामले में एक्सईएन से प्रवर्तन की तारीख मौके पर तय कराई।
- नोटिस दिए जाने के बावजूद कार्रवाई न होने पर लिखित कारण माँगा गया।
कार्यक्रम में विभागीय सहभागिता
जनता दर्शन कार्यक्रम में एडीएम वित्त एवं राजस्व के.के. मिश्रा, एसडीएम अपूर्वा सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद ढौंडियाल, जीएमडीआईसी अंजली रावत, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
समापन:
डीएम सविन बंसल का यह जनसुनवाई कार्यक्रम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “सुखदजन” संकल्प को साकार करने की दिशा में एक सशक्त कदम है। यह न केवल आम जनता की समस्याओं के समाधान का माध्यम बन रहा है, बल्कि प्रशासनिक जवाबदेही, पारदर्शिता और जन विश्वास को भी नई ऊंचाई दे रहा है।