रक्तदान से रचा मानवता का संगम: मानव एकता दिवस पर निरंकारी भक्तों ने दिया 304 यूनिट रक्त

सेवा का उत्सव: 304 यूनिट रक्तदान

देहरादून में आयोजित रक्तदान शिविर की शुरुआत दिल्ली से पधारे हेमराज शर्मा (कोऑर्डिनेटर, प्रचार एवं प्रसार विभाग) ने स्वयं रक्त देकर की। इस मौके पर उन्होंने कहा, “यह रक्त नालियों में नहीं, नाड़ियों में बहे – यही हमारा संदेश है।”
उन्होंने मानव एकता दिवस को प्रेम, भाईचारे और सौहार्द का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह दिवस मानवता के विचारों की दिशा में एक प्रेरक कदम है।


बाबा गुरबचन सिंह की स्मृति में सेवा का संकल्प

मानव एकता दिवस, हर वर्ष 24 अप्रैल को बाबा गुरबचन सिंह जी की पुण्य स्मृति में मनाया जाता है।
यह दिवस सिर्फ स्मरण नहीं, बल्कि निःस्वार्थ सेवा, आध्यात्मिक चेतना और सामाजिक समरसता का प्रतीक बन चुका है।
बाबा हरदेव सिंह जी द्वारा दिया गया संदेश “रक्त नाड़ियों में बहे, नालियों में नहीं” आज भी हर निरंकारी सेवक के मन में सेवा का जीवंत संकल्प है।


रक्तदान शिविर: राष्ट्रीय स्तर पर विशाल आयोजन

संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के तत्वावधान में इस वर्ष देशभर की 500 से अधिक शाखाओं में रक्तदान शिविरों की श्रृंखला आयोजित की गई।
संत निरंकारी हेल्थसिटी की मेडिकल डायरेक्टर गीतिका दुग्गल ने बताया कि पूरे देश में लगभग 30,000 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।
देहरादून शिविर में मेयर सौरभ थपलियाल सहित कई गणमान्य समाजसेवियों ने भाग लेकर मिशन की भूरी-भूरी प्रशंसा की।


सत्संग के माध्यम से आध्यात्मिक संदेश का संचार

रक्तदान के साथ-साथ सत्संग कार्यक्रमों के माध्यम से भी प्रेम, शांति और समरसता का संदेश समाज में फैलाया गया।
यह आयोजन निरंकारी मिशन के आध्यात्मिक मार्गदर्शन और सामाजिक सेवा के समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण बनकर सामने आया।

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