पर्यावरण संरक्षण को लेकर छात्रों में उत्साह, मुख्य अतिथि ने दिया प्रेरणादायक संदेश
देहरादून।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में जनजागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से द पेस्टल वीड स्कूल द्वारा “ग्रीन दून, क्लीन दून” दौड़ अभियान का आयोजन किया गया। प्रिंसिपल्स प्रोग्रेसिव स्कूल्स एसोसिएशन (PPSA) के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में देहरादून के 20 से अधिक स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस दौड़ का मुख्य उद्देश्य “स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत” के संदेश को समाज में प्रचारित करना था।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) विजय कुमार अहलूवालिया (सेवानिवृत्त), जिन्होंने छात्रों को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उनके साथ विशिष्ट अतिथि मेजर जनरल शम्मी सभरवाल (सेवानिवृत्त), प्रिंसिपल्स प्रोग्रेसिव स्कूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. प्रेम कश्यप, और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
इन स्कूलों के छात्रों ने लिया हिस्सा
इस दौड़ में भाग लेने वाले प्रमुख स्कूलों में शामिल थे:
- कैम्ब्रियन हॉल स्कूल
- के सी पब्लिक स्कूल
- द एशियन स्कूल
- चिल्ड्रन एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल
- दून इंटरनेशनल स्कूल
- संत कबीर अकादमी
- कसिगा स्कूल
- मां आनंदमयी मेमोरियल स्कूल
- द दून युधिष्ठिर पब्लिक स्कूल
- द हेरिटेज स्कूल
- सेंट जेवियर्स स्कूल
- ग्रीन लॉन एकेडमी
- दून इंटरनेशनल स्कूल, रिवरसाइड कैंपस
- यूनिवर्सल एकेडमी, देहरादून
- गुरु नानक अकादमी
- दून स्कॉलर्स
- पेसल वीड कॉलेज ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
- द पेस्टल वीड स्कूल
- ख्रिस्ट ज्योति अकादमी
- बेवर्ली हिल्स स्कूल
पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता का संदेश
मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) विजय कुमार अहलूवालिया ने वनों की कटाई, प्रदूषण और शहरीकरण की बढ़ती समस्याओं पर चिंता जताई। उन्होंने छात्रों से इको-वॉरियर बनने का आह्वान किया और कहा:
“हम जो भी पेड़ लगाते हैं, जो भी कचरा कम करते हैं और जो भी कदम हम स्थिरता की ओर बढ़ाते हैं, वे सब हमारे भविष्य को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
उन्होंने युवाओं को हरियाली बढ़ाने, प्लास्टिक का उपयोग बंद करने, जल संरक्षण करने और पर्यावरण-जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित किया।
डॉ. प्रेम कश्यप का छात्रों को संदेश
डॉ. प्रेम कश्यप, अध्यक्ष, PPSA, ने सभी छात्रों को हर महीने कम से कम एक पेड़ लगाने की शपथ लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा:
“पेड़ केवल ऑक्सीजन का स्रोत नहीं हैं, बल्कि एक स्थायी भविष्य की नींव भी हैं।”
कार्यक्रम की सफलता और भविष्य की योजनाएं
इस अभियान में छात्रों, शिक्षकों और स्कूल प्रबंधकों की सक्रिय भागीदारी ने इसे एक बड़ी सफलता बना दिया। यह पहल पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता को लेकर जागरूकता बढ़ाने का एक प्रभावी प्रयास साबित हुई। भविष्य में इस तरह के अभियानों को और भी बड़े स्तर पर आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है।