मातृशक्ति – आर्थिक और सामाजिक क्रांति की संवाहक
देहरादून।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य की महिलाएं ही आर्थिक और सामाजिक क्रांति की सबसे बड़ी संवाहक हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी सरकारी कार्यक्रमों और समारोहों में महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) द्वारा बनाए गए स्मृति चिन्ह, शॉल और भेंट सामग्री का ही उपयोग किया जाए।
लखपति से करोड़पति दीदी तक का विजन
सीएम धामी ने स्पष्ट किया कि शासन-प्रशासन को महिलाओं को “लखपति दीदी” से “करोड़पति दीदी” बनाने के विजन के साथ मिशन मोड पर काम करना होगा।
- जिलाधिकारियों को ग्रोथ सेंटरों में प्रशिक्षण की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
- महिला समूहों के उत्पादों की क्वालिटी कंट्रोल, पैकेजिंग और मार्केटिंग पर जोर देने को कहा।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़कर उत्पादों की बिक्री बढ़ाने की आवश्यकता बताई।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद बदलाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद उत्तराखंड में दूसरी औद्योगिक क्रांति आई है, और महिला स्वयं सहायता समूहों को इसका अधिकतम लाभ उठाना चाहिए।
महिला समूहों से सीधा संवाद
मुख्यमंत्री ने राज्य के 95 विकास खंडों की महिला स्वयं सहायता समूहों से वर्चुअल संवाद किया। उन्होंने उनसे जानकारी ली कि—
- कौन-कौन से उत्पाद बनाए जा रहे हैं।
- समूहों से कितनी महिलाएं जुड़ी हैं और उनकी आय में कितनी वृद्धि हुई।
- उत्पादों की सप्लाई और बिक्री की स्थिति क्या है।
सरकार के प्रयास और उपलब्धियां
- उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 68,000 समूहों के जरिए 5 लाख महिलाएं संगठित होकर काम कर रही हैं।
- 7,000 ग्राम्य संगठन और 500 से अधिक क्लस्टर संगठन महिलाओं के सामूहिक नेतृत्व का उदाहरण पेश कर रहे हैं।
- “मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना” के तहत 27,000 से अधिक स्टॉल लगाकर 7 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री।
- 33 नैनो पैकेजिंग यूनिट्स, 17 सरस सेंटर, 3 राज्य स्तरीय विपणन केंद्र और 8 बेकरी यूनिट्स का संचालन।
- देहरादून और हरिद्वार रेलवे स्टेशनों पर महिला समूहों के उत्पादों की बिक्री के विशेष केंद्र।
- हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रांड के माध्यम से पारंपरिक उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान।
प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान से जुड़ाव
मुख्यमंत्री ने महिलाओं से अपील की कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “स्वदेशी उत्पादों के उपयोग” के आह्वान को अपनाएं और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में योगदान दें।
मुख्यमंत्री का भावनात्मक संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा—
“आपकी अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए आपका यह भाई, यह बेटा पूरी शक्ति और समर्पण के साथ कार्य करता रहेगा।”