हल्द्वानी में आयोजित चर्चा कार्यक्रम: उपलब्धियों पर गहन विमर्श
हल्द्वानी, 26 अक्टूबर 2025: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली उत्तराखंड सरकार के चार वर्ष पूरे होने पर “धामी सरकार के चार वर्ष: उपलब्धियां” शीर्षक से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस चर्चा मंच में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, प्रमुख शिक्षाविद और जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) प्रदीप जोशी, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के अध्यक्ष एवं पूर्व संघ लोक सेवा आयोग अध्यक्ष, ने कहा कि धामी जी के नेतृत्व में राज्य ने विकास, पारदर्शी शासन और संवेदनशील प्रशासन का एक नया अध्याय रचा है। उन्होंने नकल रोकथाम कानून और समान नागरिक संहिता (UCC) को राज्य एवं राष्ट्र के लिए मिसाल कायम करने वाला कदम बताया। डॉ. जोशी ने युवाओं के आंदोलनों में स्वयं जाकर उनकी समस्याएं सुनने वाले धामी जी को पहले मुख्यमंत्री करार दिया। शिक्षा क्षेत्र में स्मार्ट क्लासरूम और डिजिटल शिक्षा के प्रसार को उन्होंने सरकार की दूरदर्शिता का प्रतीक माना।
राज्य के चहुमुखी विकास पर वक्ताओं की सराहना
विधायक बंशीधर भगत: मंदिरमाला और बुनियादी ढांचे पर जोर
कालाढुंगी के विधायक बंशीधर भगत ने कहा कि धामी सरकार के कार्यकाल में राज्य का बहुआयामी विकास हुआ है। उन्होंने मंदिरमाला परियोजना, चारधाम यात्रा मार्गों का विस्तार, राज्य सड़कों के चौड़ीकरण, धर्मांतरण रोकथाम कानून, कठोर नकल विरोधी विधेयक तथा अवैध अतिक्रमण हटाने जैसे कदमों का जिक्र किया। इन प्रयासों से राज्य को नई पहचान और ऊंचा स्थान मिला है। भगत ने कहा कि ये निर्णय न केवल विकास को गति देते हैं, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को भी मजबूत करते हैं।
मेयर गजराज बिष्ट: ऐतिहासिक निर्णयों की यादगार विरासत
हल्द्वानी नगर निगम के मेयर गजराज बिष्ट ने धामी सरकार के तीन ऐतिहासिक फैसलों—समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून तथा गैरकानूनी मदरसों पर कार्रवाई—की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये कदम “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” की भावना को साकार कर रहे हैं। बिष्ट ने जोर दिया कि इन निर्णयों से राज्य में सामाजिक सद्भाव और पारदर्शिता बढ़ी है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।
प्रो. धनंजय जोशी: युवाओं में नई ऊर्जा का संचार
दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. (डॉ.) धनंजय जोशी ने कहा कि धामी जी के नेतृत्व में युवाओं में नई चेतना, ऊर्जा और आत्मविश्वास का प्रसार हुआ है। उन्होंने कहा कि यह सरकार न केवल परंपराओं को निभा रही है, बल्कि नवीन पथ भी प्रशस्त कर रही है। जोशी ने राज्य की प्रगति को युवा सशक्तिकरण से जोड़ा, जो कौशल विकास और रोजगार अवसरों से जुड़ा है।
कृषि और पर्यावरण संरक्षण: जैविक खेती की दिशा में कदम
प्रो. सतपाल सिंह बिष्ट: ऑर्गेनिक स्टेट की पहचान
सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. (डॉ.) सतपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड स्वाभाविक रूप से जैविक राज्य है और अब सिक्किम व मेघालय के बाद देश का तीसरा अग्रणी राज्य बन गया है। उन्होंने जैविक खेती, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग, समग्र कृषि विकास और नवीन कृषि तकनीकों को किसानों के लिए दीर्घकालिक लाभ तथा रोजगार का स्रोत बताया। बिष्ट ने कहा कि ये पहलें न केवल उत्पादकता बढ़ा रही हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी मजबूत कर रही हैं।
शिक्षा और कौशल विकास: नई नीति का सफल क्रियान्वयन
प्रो. नवीन चंद्र लोहनी: डिस्टेंस एजुकेशन और भाषा संरक्षण
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) नवीन चंद्र लोहनी ने नई शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन और दूरस्थ शिक्षा के विस्तार की प्रशंसा की। उन्होंने प्रत्येक जिले में कौशल विकास केंद्र स्थापित करने तथा उत्तराखंड भाषा संस्थान की स्थापना को ऐतिहासिक बताया। लोहनी ने कहा कि ये कदम स्थानीय भाषाओं के संरक्षण और युवाओं के कौशल विकास को बढ़ावा देंगे, जो राज्य की प्रगति का आधार हैं।
प्रो. दुर्गेश पंत और प्रो. दीवान सिंह रावत: विज्ञान-प्रौद्योगिकी में प्रगति
यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) दुर्गेश पंत और कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) दीवान सिंह रावत ने वर्चुअल माध्यम से कहा कि अनुसंधान, नवाचार और विज्ञान-तकनीक क्षेत्र में राज्य सरकार ने उल्लेखनीय प्रगति की है। उत्तराखंड अब विज्ञान आधारित शासन का मॉडल बन रहा है।
प्रो. एन. एस. बिष्ट: नीति और नियत की स्पष्टता
आम्रपाली विश्वविद्यालय, हल्द्वानी के कुलपति प्रो. (डॉ.) एन. एस. बिष्ट ने कहा कि धामी सरकार की नीतियां और इरादे स्पष्ट हैं, जो राज्य को हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।
स्वास्थ्य, पर्यटन और सुशासन: बहुआयामी उपलब्धियां
प्रो. गोविंद सिंह बिष्ट: धर्मांतरण रोकथाम और फिल्म नीति
उत्तराखंड मीडिया सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) गोविंद सिंह बिष्ट ने धर्मांतरण निवारण कानून, युवा सशक्तिकरण, तीर्थाटन, पर्यटन विकास तथा फिल्म नीति 2024 जैसे फैसलों की सराहना की। उन्होंने कहा कि नई फिल्म नीति से स्थानीय कलाकारों, तकनीशियनों और पर्यटन स्थलों को नया मंच मिला है, जिससे उत्तराखंड “भारत का फिल्म गंतव्य” बन रहा है।
दिनेश मानसेरा: भूमि संरक्षण और आपदा प्रबंधन
उत्तराखंड जनसंख्या विश्लेषण समिति के अध्यक्ष दिनेश मानसेरा ने कहा कि धामी जी के नेतृत्व में 9,000 एकड़ भूमि से अवैध कब्जे हटाए गए, जिससे कानून व्यवस्था मजबूत हुई। उन्होंने सैन्य धाम निर्माण और उत्तरकाशी की शिल्क्यारा टनल में 41 श्रमिकों के बचाव में मुख्यमंत्री की सक्रियता का उदाहरण दिया।
प्रमुख उपलब्धियां: तीर्थाटन, स्वास्थ्य और डिजिटल शासन
वक्ताओं ने तीर्थाटन मार्गों के विस्तार, चारधाम यात्रा के सुगम संचालन, ऑल वेदर रोड परियोजना, स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, महिला सशक्तिकरण, ददिम प्रोत्साहन, स्टार्टअप योजनाओं तथा डिजिटल शासन की दिशा में धामी सरकार की उपलब्धियों की प्रशंसा की। कार्यक्रम का आयोजन मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक मदन मोहन सती ने किया।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम में विधायक बंशीधर भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपा दरमवाल, मेयर गजराज सिंह बिष्ट, मंडी समिति अध्यक्ष अनिल कपूर (डब्बू), जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह बिष्ट, दर्जा राज्य मंत्री शंकर कोरंगा, दर्जा राज्य मंत्री दिनेश आर्य सहित कई गणमान्य व्यक्ति, वक्ता और छात्र-छात्राएं शामिल हुए।