शिष्टाचार भेंट में समसामयिक विषयों पर चर्चा
देहरादून: शुक्रवार को उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत से शिष्टाचार भेंट की। इस मुलाकात में समसामयिक मुद्दों और राज्य के विकास से जुड़े विषयों पर चर्चा हुई।
उत्तराखण्ड में सौर ऊर्जा क्षेत्र की प्रगति पर समीक्षा
एमएनआरई उपमहानिदेशक ने की योजनाओं की सराहना
सोलर ऊर्जा परियोजनाओं का निरीक्षण
देहरादून: भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) की उपमहानिदेशक मिनी प्रसन्नाकुमार ने उत्तराखण्ड में सौर ऊर्जा परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना और पीएम कुसुम योजना सहित अन्य परियोजनाओं का निरीक्षण किया।
समीक्षा बैठक में यूपीसीएल, उरेडा, लघु सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के सदस्यों और सोलर वेंडरों ने भाग लिया। उपमहानिदेशक ने यूपीसीएल द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 10,000 सोलर रूफ टॉप संयंत्र स्थापित करने के लक्ष्य में अब तक 8,000 से अधिक संयंत्र स्थापित किए जाने पर सराहना की।
यूपीसीएल की भूमिका
यूपीसीएल के मुख्य अभियंता और सौर सेल के नोडल अधिकारी आशीष अरोड़ा ने बताया कि पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत उत्तराखण्ड में 32 मेगावाट क्षमता के 8,000 से अधिक रूफ टॉप सोलर संयंत्र स्थापित किए जा चुके हैं। इसके साथ ही योजना के तहत 300 से अधिक अधिकृत सोलर वेंडर्स पंजीकृत हैं, जो उपभोक्ताओं को घरों में सोलर संयंत्र लगाने में सहायता कर रहे हैं।
ऋण प्रक्रियाओं में सुधार पर जोर
उपमहानिदेशक ने बैंकर्स के साथ बैठक में सोलर संयंत्र लगाने वाले उपभोक्ताओं के लिए ऋण प्रक्रियाओं को सरल बनाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि राज्य में उपभोक्ताओं को समय पर सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
यूपीसीएल द्वारा ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप सोलर सिस्टम पर एक दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में “पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना” के तहत सोलर संयंत्रों की स्थापना के तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की गई।
मुख्य बिंदु:
- पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की मुख्यमंत्री धामी से शिष्टाचार भेंट।
- एमएनआरई उपमहानिदेशक ने सौर ऊर्जा परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।
- यूपीसीएल ने अब तक 8,000 से अधिक रूफ टॉप सोलर संयंत्र स्थापित किए।
- ऋण प्रक्रियाओं में सुधार और सोलर वेंडर्स की भागीदारी बढ़ाने पर जोर।
- राज्य में सौर ऊर्जा क्षेत्र की योजनाओं के प्रति नागरिकों का उत्साह।