काशीपुर, उधम सिंह नगर: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने काशीपुर में आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने जनसंवाद के जरिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों के प्रबुद्ध नागरिकों के साथ संवाद स्थापित किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य सरकार की उपलब्धियों, जनकल्याणकारी योजनाओं और उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शुमार करने की योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। सम्मेलन में चिकित्सक, इंजीनियर, शिक्षाविद, अधिवक्ता, उद्यमी, व्यापारी, समाजसेवी और जनप्रतिनिधि जैसे विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग शामिल हुए।
विकास में जनसहभागिता पर जोर
सामूहिक संकल्प की शक्ति
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में प्रबुद्धजनों को “विकसित भारत 2047” के संकल्प को साकार करने में अग्रदूत बताया। उन्होंने कहा कि काशीपुर में प्रबुद्ध नागरिकों के साथ यह सार्थक संवाद उत्तराखंड के विकास के सामूहिक संकल्प को और मजबूती प्रदान करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनसहभागिता के बिना कोई भी विकास कार्य अधूरा है और समाज के सभी वर्गों का योगदान इस दिशा में महत्वपूर्ण है।
रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में लागू “रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म” की नीति को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि इस नीति के तहत भारत ने निवेश, बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है। धामी ने बताया कि भारत आज विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बन चुका है, और डिजिटल इंडिया जैसी पहल ने तकनीक को आम नागरिक तक पहुंचाया है। उन्होंने उदाहरण दिया कि आज छोटे दुकानदार भी यूपीआई के माध्यम से डिजिटल लेनदेन कर रहे हैं, जो भारत की तकनीकी प्रगति का प्रतीक है।
उत्तराखंड में निवेश और औद्योगिक विकास
निवेशक-अनुकूल नीतियां
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड सरकार ने निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। वर्ष 2023 में आयोजित ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में 3.56 लाख करोड़ रुपये के निवेश समझौते किए गए, जिनमें से 1 लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावों को धरातल पर उतारा जा चुका है। उन्होंने “यूके-स्पाईस” निवेश प्रोत्साहन एजेंसी और “निवेश मित्र” सुविधा की स्थापना का उल्लेख किया, जो निवेशकों को सहायता प्रदान कर रही है।
औद्योगिक ढांचे का विस्तार
उत्तराखंड में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए काशीपुर में अरोमा पार्क, सितारगंज में प्लास्टिक पार्क, काशीपुर में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर और पंतनगर में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना की गई है। इसके अलावा, रुद्रपुर, सेलाकुई और हरिद्वार में एमएसएमई उद्यमियों के लिए कम लागत वाली फ्लैटेड फैक्ट्रियां तैयार की जा रही हैं। किच्छा में एक स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप के विकास की योजना भी प्रगति पर है।
स्टार्टअप और नवाचार
मुख्यमंत्री ने स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए 60 करोड़ रुपये की लागत से विश्वस्तरीय यू-हब और 200 करोड़ रुपये के वेंचर फंड की स्थापना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सिंगल विंडो सिस्टम और 30 से अधिक नीतियों, जैसे औद्योगिक नीति, लॉजिस्टिक नीति और स्टार्टअप नीति, ने उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया है।
स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को बढ़ावा
एक जनपद, दो उत्पाद
मुख्यमंत्री ने “एक जनपद, दो उत्पाद” योजना के तहत स्थानीय आजीविका को बढ़ावा देने की बात कही। इस योजना ने प्रत्येक जिले के विशिष्ट उत्पादों को प्रोत्साहन देकर स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है। ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड ने उत्तराखंड के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है।
पर्यटन और स्वरोजगार
‘नई पर्यटन नीति’, ‘नई फिल्म नीति’, ‘होम स्टे’, और ‘वेड इन उत्तराखंड’ जैसी योजनाओं ने पर्यटन और स्वरोजगार को बढ़ावा दिया है। ‘सौर स्वरोजगार योजना’ ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में रोजगार के अवसर सृजित किए हैं। इसके अलावा, ‘स्टेट मिलेट मिशन’, ‘फार्म मशीनरी बैंक’ और ‘एप्पल मिशन’ जैसी पहलें ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बना रही हैं।
उपलब्धियां और भविष्य की दिशा
नीति आयोग की रैंकिंग
मुख्यमंत्री ने गर्व के साथ बताया कि नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्य इंडेक्स 2023-24 में उत्तराखंड ने देश में पहला स्थान हासिल किया है। साथ ही, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में “एचीवर्स” और स्टार्टअप रैंकिंग में “लीडर्स” की श्रेणी प्राप्त हुई है। बेरोजगारी दर में 4.4 प्रतिशत की कमी लाकर उत्तराखंड ने राष्ट्रीय औसत को पीछे छोड़ दिया है।
आत्मनिर्भर भारत का हिस्सा
धामी ने कहा कि उत्तराखंड प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। ‘वोकल फॉर लोकल’, ‘मेक इन इंडिया’, और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसी पहलें राज्य में भी गति पकड़ रही हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि उत्तराखंड 2025 तक देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का काशीपुर में प्रबुद्धजन सम्मेलन में किया गया संबोधन उत्तराखंड के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जनसंवाद के माध्यम से उन्होंने न केवल सरकार की उपलब्धियों को साझा किया, बल्कि समाज के सभी वर्गों को विकास की इस यात्रा में भागीदार बनने का आह्वान भी किया। उत्तराखंड सरकार की नीतियां और योजनाएं राज्य को निवेश, औद्योगिक विकास, पर्यटन और रोजगार सृजन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं।