???? डीएम ने ली महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक
देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल ने लखवाड़ बहुउद्देशीय परियोजना और त्यूनी-प्लासू जल विद्युत परियोजना से संबंधित मुआवजा वितरण और भूमि अधिग्रहण की प्रगति की समीक्षा की। डीएम ने कहा कि यह परियोजनाएं केवल हमारे जिले के लिए ही नहीं बल्कि पूरे उत्तरी भारत के लिए ऊर्जा और सिंचाई की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि 15 सितंबर तक मुआवजा वितरण, संपत्ति मूल्यांकन और क्षति गणना का कार्य पूर्ण कर लिया जाए।
???? लखवाड़ परियोजना की अहमियत और लक्ष्य
यमुना नदी पर 300 मेगावाट की क्षमता वाली लखवाड़ जल विद्युत परियोजना भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। यह न केवल उत्तराखंड में बिजली उत्पादन बढ़ाएगी बल्कि हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों की सिंचाई व पेयजल आवश्यकताओं को भी पूरा करेगी। डीएम ने इसे मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट बताते हुए इसकी समयबद्ध प्रगति पर जोर दिया।
???? मुआवजा वितरण में तेजी के निर्देश
डीएम ने स्पष्ट किया कि प्रभावित काश्तकारों को पुनरीक्षित दर ₹101.50 लाख प्रति हेक्टेयर के हिसाब से अनुग्रह राशि प्रदान की जा रही है। अभी तक प्राप्त ₹19.27 करोड़ में से ₹17.85 करोड़ की राशि वितरित की जा चुकी है। शेष काश्तकारों के अभिलेख एकत्रित करने के लिए गांवों में विशेष शिविर लगाने के निर्देश दिए गए ताकि कोई भी अर्ह परिवार राहत पैकेज से वंचित न रह जाए।
???? त्यूनी-प्लासू परियोजना की प्रगति
72 मेगावाट क्षमता की त्यूनी-प्लासू जल विद्युत परियोजना हेतु कुल 5.999 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण प्रस्तावित है। डीएम ने एसडीएम त्यूनी और अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि प्रभावित भूमि की पैमाइश, हिस्सेदारी सूची और संयुक्त सर्वेक्षण रिपोर्ट 15 सितंबर तक उपलब्ध कराई जाए। लोक निर्माण विभाग, उद्यान विभाग और वन विभाग को परिसंपत्तियों और वृक्षों का मूल्यांकन शीघ्र पूरा करने के आदेश दिए गए।
???? ऊर्जा प्रदेश बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका
जिलाधिकारी ने कहा कि उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश बनाने की दिशा में ये परियोजनाएं बेहद महत्वपूर्ण धुरी हैं। इन परियोजनाओं के शीघ्र पूर्ण होने से राज्य को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने और अतिरिक्त बिजली उत्पादन से राजस्व बढ़ाने में मदद मिलेगी।
???? बैठक में उपस्थित अधिकारी
बैठक में अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह, विशेष भू-अध्याप्ति अधिकारी स्मृता परमार, त्यूनी-प्लासू परियोजना के महाप्रबंधक आई.एम. करासी, उप महाप्रबंधक गिरीश जोशी, डीजीएम सुजीत कुमार सिंह, लोक निर्माण विभाग चकराता के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल, वन अधिकारी संजीव नौटियाल, तहसीलदार कालीस सुशीला कोठियाल, विकासनगर तहसीलदार विवेक राजौरी और यूजेवीएनएल के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।