शीशमबाड़ा कूड़ा निस्तारण में लापरवाही पर डीएम की सख्त कार्रवाई
मुख्य बिंदु
- डीएम सविन बंसल ने कूड़ा निस्तारण कार्य में लापरवाही पर कम्पनी पर 7 लाख का जुर्माना लगाया
- कम्पनी को 1 महीने की मोहलत, कार्यप्रणाली में सुधार के निर्देश
- जनसुरक्षा को प्राथमिकता, कार्य में मानकों का पालन आवश्यक
डीएम का निरीक्षण और स्थानीय समस्या का अनुभव
देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल ने शीशमबाड़ा प्लांट में एक घंटे तक रहकर कूड़ा निस्तारण कार्य का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों की समस्याओं को समझा और महसूस किया कि इस कार्य में गंभीर सुधार की आवश्यकता है। डीएम ने कम्पनी की लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाते हुए नगर निगम कार्यालय में कम्पनी के अधिकारियों को तलब किया और कूड़ा निस्तारण के मानकों का पालन न करने पर नाराजगी जताई।
7 लाख रुपये का जुर्माना और सुधार के निर्देश
डीएम ने कम्पनी पर 7 लाख रुपये का जुर्माना लगाते हुए उसे एक महीने की मोहलत दी है ताकि वह अपनी कार्यप्रणाली में सुधार ला सके। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि कम्पनी को सभी मानकों के अनुसार कूड़ा निस्तारण और परिवहन कार्य करना होगा। यदि निर्धारित शर्तों के अनुसार काम नहीं हुआ तो कम्पनी पर आगे और भी कड़े दंड लगाए जा सकते हैं।
जनसुरक्षा को प्राथमिकता
डीएम सविन बंसल ने कहा कि कूड़ा निस्तारण कार्य में मानकों का पालन करना अनिवार्य है ताकि स्थानीय जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कम्पनी को निर्देश दिया कि कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम ने यह भी चेतावनी दी कि यदि सुधार नहीं हुआ तो कम्पनी को ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई की जाएगी।
कम्पनी के लिए अंतिम चेतावनी
डीएम बंसल ने कम्पनी के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि शीशमबाड़ा प्लांट में कार्यप्रणाली को दुरुस्त करें और स्थानीय लोगों के हितों का ध्यान रखते हुए कूड़ा निस्तारण कार्य को समय पर पूरा करें।