देहरादून। जिलाधिकारी सोनिका ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में उपस्थित अधिकारियों को नशामुक्ति की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि स्कूलों में नर्सरी से ही बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी दी जानी चाहिए ताकि उनके मन में नशे के खिलाफ चेतना जागृत रहे। जिलाधिकारी ने नशा मुक्त भारत अभियान को प्रभावी और सक्रिय रूप से लागू करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से जनपद में नशामुक्ति अभियान को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए कहा।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से स्कूलों और विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित करके बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देने और अपने आस-पास के लोगों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करने पर जोर दिया। उन्होंने पुलिस और शिक्षा विभाग को आपसी समन्वय से स्कूलों और कॉलेजों में नशामुक्ति पर कार्यशालाओं और जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के माध्यम से सभी स्कूलों को निर्देशित करने की बात कही कि वे कक्षा 1 से 12 तक के बच्चों को उनके शिक्षकों के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी देते रहें, ताकि जब बच्चे किशोरावस्था में पहुंचें, तो उनके मन में नशे के खिलाफ सतर्कता बनी रहे।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह, अपर मुख्य नगर आयुक्त बीर सिंह बुदियाल, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्युष सिंह, उप जिलाधिकारी सदर हरिगिरि, उप जिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी स्मृता परमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय जैन, ग्राम्य विकास अभिकरण निदेशक विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक यातायात मुकेश कुमार, अधिशासी अभियंता लोनिवि जितेन्द्र कुमार, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता दिनेश चंद्र उनियाल, विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता गौरव सकलानी और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। नगर आयुक्त, पुलिस अधीक्षक नगर प्रमोद कुमार, उप जिलाधिकारी डोईवाला अपर्णा ढौंडियाल, ऋषिकेश कुमकुम जोशी, विकासनगर विनोद कुमार सहित अन्य अधिकारी वर्चुअल माध्यम से भी जुड़े रहे।