केदारनाथ यात्रा में चुनौतियों के बावजूद रिकॉर्ड तोड़ा: 16 लाख 60 हजार से अधिक भक्तों ने किए दर्शन, बर्फबारी में भी सुविधाओं का ख्याल

रुद्रप्रयाग, 11 अक्टूबर 2025 उत्तराखंड की पवित्र केदारनाथ यात्रा ने इस वर्ष अपार चुनौतियों के बीच भी नया इतिहास रच दिया है। बदलते मौसम, मानसूनी आपदाओं और यात्रा के प्रारंभिक चरण में घोड़े-खच्चरों पर फैले संक्रमण जैसी बाधाओं के बावजूद अब तक 16 लाख 60 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं। भैयादूज के पावन अवसर पर 23 अक्टूबर को कपाट बंद होने में अभी 13 दिन शेष हैं, लेकिन यह आंकड़ा पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को पार कर चुका है। लगातार बर्फबारी के कारण धाम में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है, फिर भी भक्तों का उत्साह देखते ही बनता है। जिला प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं, जैसे अलाव, गर्म पानी और मेडिकल सहायता। उद्योगपति मुकेश अंबानी ने भी शुक्रवार को बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए, जहां उन्होंने भगवान बद्री विशाल का आशीर्वाद लिया।

यात्रा की चुनौतियां: मानसून आपदाओं से रुकावट, फिर भी भक्तों का जज्बा अटल

इस वर्ष की केदारनाथ यात्रा की शुरुआत ही मुश्किलों से हो गई। यात्रा प्रारंभ होते ही घोड़े-खच्चरों पर संक्रमण फैल गया, जिसके कारण कई दिनों तक तीर्थयात्रियों को पैदल ही चढ़ाई करनी पड़ी। डंडी-कंडी संचालकों और हेलीकॉप्टर सेवाओं ने इस दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके बाद हेलीकॉप्टर दुर्घटना की घटना ने चिंता बढ़ाई। जुलाई-अगस्त में भारी वर्षा के कारण उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जैसे जिलों में भूस्खलन और बाढ़ ने यात्रा को कई दिनों के लिए स्थगित कर दिया।

फिर भी, भक्तों की आस्था ने इन बाधाओं को पार किया। जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने कहा, “आपदाओं के बावजूद यात्रा ने रिकॉर्ड तोड़ा। हमने पैदल मार्ग, यात्रा पड़ाव और धाम पर मेडिकल सुविधाओं का विस्तार किया। साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है।” बर्फबारी के बीच भी प्रतिदिन 5,000 से अधिक भक्त दर्शन कर रहे हैं।

रिकॉर्डतोड़ दर्शन: 16 लाख 60 हजार भक्त, 13 दिन बाकी

केदारनाथ धाम के दर्शन का आंकड़ा अब 16 लाख 60 हजार से अधिक पहुंच गया है, जो पिछले वर्ष के 16 लाख 52 हजार को पार कर चुका है। 2 मई को कपाट खुलने के बाद से यह यात्रा लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही है। जिला प्रशासन के अनुसार, 8 अक्टूबर को ही 5,614 भक्तों ने दर्शन किए। भैयादूज पर कपाट बंद होने में 13 दिन शेष हैं, और विशेषज्ञों का अनुमान है कि कुल संख्या 17 लाख तक पहुंच सकती है।

यह रिकॉर्ड यात्रा की सफलता और भक्तों की अटूट श्रद्धा का प्रमाण है। चार धाम यात्रा में अब तक 47 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं, जो राज्य की व्यवस्थाओं की सराहना करता है।

बर्फबारी का खूबसूरत नजारा: ठंड में भी भक्तों का तांता

पिछले कुछ दिनों से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी जारी है, जिससे केदारनाथ धाम बर्फ की सफेद चादर से ढक गया है। ठंड का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि हेलीकॉप्टर सेवाओं में रुकावट आ रही है। फिर भी, भक्त लंबी कतारों में दर्शन के लिए खड़े हैं। धाम में अलाव जलाए जा रहे हैं, गर्म पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, और मेडिकल टीम्स सतर्क हैं।

भक्तों ने कहा, “बर्फबारी के बीच दर्शन का अलग ही आनंद है। बाबा के प्रति श्रद्धा सब सह लेती है।” प्रशासन ने यात्रियों से गर्म कपड़ों, जूतों और दवाओं की सलाह दी है।

मुकेश अंबानी का बद्रीनाथ दर्शन: विशेष विमान से पहुंचे, समिति ने किया स्वागत

देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन विशेष विमान से देहरादून पहुंचे, फिर हेलीकॉप्टर से धाम गए। सुबह 8 बजे एयरपोर्ट पहुंचे, 8:30 बजे हेलीकॉप्टर से रवाना हुए। बद्रीनाथ में भगवान बद्री विशाल का दर्शन कर देश की समृद्धि की कामना की।

बद्री-केदार मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने फूलमालाओं से स्वागत किया। समिति अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा, “अंबानी परिवार की धामों पर अटूट आस्था है। वे हर साल दर्शन करते हैं और समिति को दान देते हैं।” अंबानी ने 10 करोड़ रुपये दान दिए और 100-कमरों वाले गेस्ट हाउस के निर्माण में सहयोग का वादा किया। पूजा-अर्चना के बाद वे केदारनाथ भी गए। यह यात्रा चार धाम यात्रा के समापन से पहले महत्वपूर्ण है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *