देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को हरिद्वार में कांवड़ मेला 2024 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेला शुरू होने से पहले सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएं और कांवड़ मेला के दौरान कोई अव्यवस्था न हो। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। स्थायी प्रकृति के कार्यों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और दीर्घकालिक विकास योजनाओं को कार्य संस्कृति में शामिल किया जाए।
मुख्यमंत्री ने पुलिस और प्रशासन को कांवड़ यात्रा के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए। उन्होंने पूरे मार्ग पर पुलिस बलों की तैनाती, अस्थायी पुलिस चौकियों की स्थापना, अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था, ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, और बाईपास व वैकल्पिक मार्गों की जानकारी साइन बोर्ड के माध्यम से कांवड़ियों को देने के निर्देश दिए। पड़ोसी राज्यों के साथ समन्वय स्थापित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर शौचालयों, स्नान घरों, स्वच्छ पेयजल, यात्री शेड, लाइट, और चिकित्सा सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सफाई का काम 24 घंटे संचालित रहे और अतिक्रमण न हो। स्थानीय लोगों की आवाजाही और यातायात प्रबंधन के लिए बेहतर रूट प्लान तैयार किया जाए और पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री ने कॉमन डायवर्जन प्लान, वाटर एंबुलेंस, विशेष वेरिफिकेशन ड्राइव, और विभिन्न कार्यों की निगरानी के लिए विशेष मजिस्ट्रेट की नियुक्ति के निर्देश दिए। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि कांवड़ मेला 22 जुलाई से 2 अगस्त तक चलेगा और 5.5 करोड़ कांवड़ियों के आने की संभावना है। कांवड़ यात्रा के सुचारू संचालन के लिए 14 सुपर जोन, 36 जोन, और 130 सेक्टर बनाए गए हैं।
बैठक में श्री गंगा सभा, विभिन्न संगठनों, और जनप्रतिनिधियों ने पिछले वर्ष की सफल कांवड़ यात्रा के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और कांवड़ मेला 2024 के लिए अपने सुझाव दिए। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन, विभिन्न संगठनों, एनजीओ और स्थानीय जनता के सहयोग से यात्रा को सफल बनाने का आग्रह किया। वर्चुअल माध्यम से जुड़े जिलाधिकारियों ने अपनी तैयारियों के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, विधायक आदेश चौहान, प्रदीप बत्रा, ममता राकेश, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, एल. फैनई, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगोली, नितेश कुमार झा, सचिन कुर्वे, विनोद कुमार सुमन, डॉ. आर. राजेश कुमार, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, एडीजी ए.पी. अंशुमान, आईजी गढ़वाल के.एस. नगन्याल, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोभाल और अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।