शहीद स्मरण समारोह में प्रतिभाग, शहीदों को श्रद्धांजलि
देहरादून, 26 अक्टूबर 2025: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को पौड़ी गढ़वाल के राजकीय इंटर कॉलेज रिखणीखाल में आयोजित शहीद स्मरण समारोह में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने कुल 102.82 करोड़ रुपये की लागत से 11 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें 56.58 करोड़ रुपये की 6 योजनाओं का लोकार्पण और 46.24 करोड़ रुपये की 5 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। कार्यक्रम के दौरान सीएम ने क्षेत्र के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं, जो स्थानीय लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में कदम हैं।
विकास योजनाओं का विवरण: बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य पर जोर
सीएम ने रिखणीखाल जीआईसी का नाम गुणानंद के नाम पर रखने, रिखणीखाल विकासखंड में दलमोटा से बल्ली तक सड़क निर्माण, प्रेक्षागृह का निर्माण, अतिथि गृह और हेलीपैड निर्माण, जयहरीखाल में मेरूड़ा न्याय पंचायत में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना, मंदाल नदी से नौदानू तक पंपिंग योजना, जयहरीखाल में पशु सेवा केंद्र सिलवाड़, पशु चिकित्सालय का उन्नयन, ढौंटियाल में पशुधन प्रसार अधिकारी पद की स्थापना, मंदाल नदी पर बाढ़ सुरक्षा कार्य, चौलूडांडा पंपिंग योजना, नैनीडांडा में भौन और दिगोलीखाल पंपिंग योजनाएं, सिमडी कंडली से सेरा फरसैंगाल तक मोटर मार्ग, कठवाडा खनसुली से ढाबखाल बुलेखा तक सड़क मिलान, लेकुल नाड़ मज्याड़ी मोटर मार्ग, पैयागड़ी रजवी मल्ला विटे मोटर मार्ग, किल्यौखाल से सुन्द्रोली तक मोटर मार्ग, नावे तल्ली भाग दो कार्य, देवियोखाल से मैवणी तक सड़क चौड़ीकरण, पाणीसैंण डबराड़ बूथानगर मोटर मार्ग, और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रिखणीखाल में डॉक्टर नियुक्ति जैसी परियोजनाओं की शुरुआत की। इसके अलावा, शहीदों के नाम पर स्थानीय सड़कों का नामकरण करने की घोषणा भी की गई।
स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा: स्वरोजगार का आह्वान
कार्यक्रम में सीएम ने विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ओखली में धान कूटा, सिलबट्टे पर चटनी पीसी और मट्ठा बिलोया। स्थानीय उत्पादों की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि पहाड़ी उत्पादों की मांग देश-दुनिया में बढ़ रही है। उन्होंने स्थानीय लोगों से स्वरोजगार अपनाकर आर्थिक स्थिति मजबूत करने की अपील की। कार्यक्रम की शुरुआत में सीएम ने आर्मी बैंड का अवलोकन किया और उनके मधुर संगीत के लिए प्रोत्साहन दिया। इसके बाद उपस्थित जनसमूह के साथ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को सुना।
शहीदों को सम्मान: सैनिक कल्याण में बड़े कदम
सीएम ने कहा कि यह अवसर केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि शहीदों को सामूहिक श्रद्धांजलि का पल है। उत्तराखंड के वीर सैनिकों ने हमेशा देश का गौरव बढ़ाया है, जहां लगभग हर घर का कोई न कोई सदस्य सैन्य पृष्ठभूमि से जुड़ा है। राज्य सरकार सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने शहीद परिवारों के लिए अनुग्रह राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये करने, परमवीर चक्र और अन्य पुरस्कार विजेताओं की राशि में अभूतपूर्व वृद्धि, शहीदों के अंतिम संस्कार के लिए 10,000 रुपये की सहायता, सैनिकों को भूमि खरीद पर 25% स्टांप ड्यूटी छूट, 28 शहीद परिजनों को सरकारी नौकरी और 13 प्रकरणों की प्रक्रिया जारी होने की जानकारी दी। नौकरी के लिए आवेदन की समय सीमा को 2 से बढ़ाकर 5 वर्ष करने का भी उल्लेख किया।
केंद्र और राज्य की साझा पहल: सैन्यधाम और विकास
सीएम ने केंद्र सरकार की वन रैंक वन पेंशन, आधुनिक उपकरण, जैकेट और जूते जैसी सुविधाओं की सराहना की। उन्होंने बताया कि देहरादून में बन रहे भव्य सैन्यधाम का जल्द लोकार्पण होगा। पौड़ी जनपद में कंडोलिया में 100 मीटर ऊंचा झंडा, बिपिन रावत पार्क, चारधाम पैदल मार्ग पुनर्संचालन, ट्राइडेंट पार्क, हेरिटेज कलेक्ट्रेट भवन, सतपुली झील और धारी देवी पैदल मार्ग जैसे विकास कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार क्षेत्रवाद और जातिवाद से ऊपर उठकर विकास कर रही है, जिसमें दंगा विरोधी कानून, समान नागरिक संहिता (UCC), ऑपरेशन कालनेमि और नकल विरोधी कानून जैसे कदम शामिल हैं।
विधायक और सेना अधिकारियों की प्रतिक्रिया
विधायक महंत दिलीप रावत ने सीएम का धन्यवाद करते हुए सैन्यधाम को राज्य के गौरव का प्रतीक बताया। उन्होंने शहीदों की मिट्टी सैन्यधाम में ले जाने की पहल की सराहना की और नकल विरोधी कानून, UCC, रोजगार सृजन को सराहनीय बताया। एडम बटालियन कमांडर कर्नल मंजुल कफल्टिया ने कहा कि भारतीय सेना शहीद परिजनों के साथ है और समस्याओं के लिए गढ़वाल राइफल्स केंद्र, लैंसडाउन से संपर्क करने की सलाह दी।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम में उपाध्यक्ष गौ सेवा आयोग पं. राजेंद्र अण्थवाल, जिला पंचायत सदस्य अनूप पटवाल, ब्लॉक प्रमुख रिखणीखाल रेणु रावत, जयहरीखाल प्रमुख रणवीर सजवाण, जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।