मुख्य बातें:
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दशहरा महोत्सव में भाग लिया।
- दशहरा को सत्य, धर्म और न्याय की विजय का प्रतीक बताया।
- भगवान श्रीराम के आदर्श जीवन के गुणों की सराहना की।
- उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं के संरक्षण की बात कही।
देहरादून में आयोजित दशहरा महोत्सव
मुख्यमंत्री की सहभागिता: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के परेड ग्राउंड में शनिवार को दशहरा महोत्सव में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित हजारों लोगों को दशहरे की शुभकामनाएं दीं और उन्हें संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने दशहरे को असत्य पर सत्य, अधर्म पर धर्म और अन्याय पर न्याय की विजय का प्रतीक बताया और इसे हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अमूल्य हिस्सा कहा।
रावण के अहंकार और राम के आदर्श
मुख्यमंत्री ने कहा कि दशहरा पर्व रावण जैसे अहंकारी और अधर्मी के अंत और भगवान श्रीराम के आदर्श जीवन के गुणों को स्मरण कराता है। उन्होंने कहा कि सत्य, धर्म और न्याय के मार्ग पर चलने से हमेशा बुराई पर अच्छाई की ही जीत होती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि रावण का अहंकार उसकी लंका के साथ ही जलकर खाक हो गया था।
राम के आदर्श जीवन से सीख
मुख्यमंत्री धामी ने भगवान श्रीराम के आदर्श जीवन का उल्लेख करते हुए कहा कि श्रीराम त्याग, समर्पण, न्याय, करुणा और कर्तव्य के प्रतीक हैं। एक राजकुमार होते हुए भी उन्होंने जंगल में जीवन बिताया और कठिनाइयों का सामना किया। उन्होंने अपनी सेना का गठन किया और लंका पर विजय प्राप्त की। उनका आदर्श जीवन हमें विपरीत परिस्थितियों में भी अपने सिद्धांतों पर टिके रहने की प्रेरणा देता है।
उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में कई ऐसे स्थान हैं जो भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान से संबंधित घटनाओं के साक्षी रहे हैं। भगवान हनुमान संजीवनी लेकर चमोली जिले के द्रोणागिरी पर्वत से आए थे। साथ ही, ऋषिकेश में भगवान श्रीराम के कुल गुरु वशिष्ठ जी की तपस्थली स्थित है। उन्होंने राज्य भर में राम लीलाओं के आयोजन को सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बताया और इसके संरक्षण पर बल दिया।
अयोध्या में राम मंदिर और उत्तराखंड की भूमिका
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है, जो सांस्कृतिक मूल्यों को पुनर्जीवित कर रहा है। इसके साथ ही, राज्य सरकार अयोध्या में उत्तराखंड अतिथि गृह का निर्माण करने जा रही है। उन्होंने पौलगढ़ वाइल्ड लाइफ सेंचुरी का नाम बदलकर “सीतावनी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी” किए जाने की भी जानकारी दी।
उत्तराखंड की पवित्रता और सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य की पवित्रता और सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित बनाए रखने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने राज्य में किसी भी प्रकार के जनसांख्यिकीय बदलाव को बर्दाश्त न करने की बात कही और राज्य के सनातन स्वरूप को सुरक्षित रखने का संकल्प व्यक्त किया।
उपस्थित गणमान्य
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, राज्य सभा सांसद नरेश बंसल, विधायक खजान दास, विधायक सविता कपूर और अन्य प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे।