मुख्य बिंदु:
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का किया दहन।
- दशहरा को बुराई पर अच्छाई की जीत और धर्म, सत्य, नैतिकता की राह पर चलने का प्रतीक बताया।
- रामराज्य के आदर्शों पर आधारित शासन और उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की प्रतिबद्धता जताई।
लक्ष्मण चौक में दशहरा कार्यक्रम
मुख्यमंत्री का दशहरा मेला में सहभागिता: देहरादून के लक्ष्मण चौक में आयोजित दशहरा मेला कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का सांकेतिक रूप से दहन किया। मुख्यमंत्री ने दशहरे की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और यह हमें जीवन में सत्य, धर्म, और नैतिकता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
रावण के अहंकार का अंत
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि रावण का अहंकार, अधर्म और अन्याय उसे विनाश की ओर ले गया। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन हमें सच्चाई और धर्म के मार्ग पर चलने की शिक्षा देता है। श्रीराम का जीवन आदर्श राजा, पुत्र और पति के रूप में प्रेरणादायक है और उनके आदर्शों से हमें कर्तव्यपरायणता और सत्यनिष्ठा का महत्व समझ आता है।
राम मंदिर और सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अयोध्या में भगवान श्रीराम का दिव्य और भव्य मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार राज्य की सांस्कृतिक धरोहरों और धार्मिक स्थलों के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सांस्कृतिक मेले और धार्मिक स्थल प्रदेश की आस्था के केंद्र हैं और उनका संरक्षण हमारी प्राथमिकता है।
रामराज्य के आदर्श
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामराज्य का आदर्श शासन वही है जहां सभी को समान अधिकार और सम्मान मिले। राज्य सरकार इस आदर्श को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए विधेयक पारित किया जा चुका है। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने राज्य के मूल सांस्कृतिक स्वरूप को बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि राज्य में किसी भी प्रकार के जनसांख्यिकीय बदलाव (डेमोग्राफी चेंज) को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उत्तराखंड की पवित्र भूमि का सनातन स्वरूप सुरक्षित रहेगा।
उपस्थित गणमान्य
इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक खजान दास, दिनेश अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, सिद्धार्थ अग्रवाल, पुनीत मित्तल समेत अन्य प्रमुख व्यक्ति भी उपस्थित रहे।