अधिक पैदावार के लिए उत्तराखंड में क्लस्टर खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है: जोशी

देहरादून: उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने नई दिल्ली में आयोजित “एग्री पंचायत” कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें कृषि की वर्तमान चुनौतियों, नीतियों और उनके समाधान पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य गणमान्य अतिथियों ने अपने विचार साझा किए।

कृषि और औद्यानिकी में सुधार के लिए प्रयास: अपने संबोधन में गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के कुशल निर्देशन में उत्तराखंड राज्य में कृषि और औद्यानिक फसलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में किसानों की आय को दोगुना करने और कृषि को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्टेट मिलेट मिशन, प्राकृतिक खेती, कृषि यंत्रीकरण, और कृषि ड्रोन जैसी योजनाएं प्रदेश सरकार द्वारा लागू की जा रही हैं।

क्लस्टर खेती का महत्व: मंत्री जोशी ने बताया कि किसानों की मांग और अधिक पैदावार को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड में क्लस्टर खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस उद्देश्य से राज्य में 264 किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) का गठन किया गया है।

जैविक खेती और पुरस्कार: उत्तराखंड सरकार ने जैविक खेती के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है, जिसके लिए राज्य को कई बार जैविक इंडिया अवार्ड से सम्मानित किया गया है। मिलेट सेक्टर में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए राज्य को आईआईएमआर हैदराबाद द्वारा पुरस्कृत किया गया है।

कृषि और बागवानी योजनाओं का विस्तार: मंत्री जोशी ने कहा कि राज्य में 70% से अधिक आबादी कृषि पर निर्भर है, और लगभग 8 लाख हेक्टेयर खेती योग्य जमीन है। उन्होंने बताया कि राज्य में जैविक खेती के तहत 2.30 लाख हेक्टेयर क्षेत्र आच्छादित किया जा चुका है, जो कुल कृषि क्षेत्रफल का 38% है। इसके अलावा, राज्य के 25 उत्पादों को जीआई टैग प्रदान किया जा चुका है, जिससे उन्हें विशिष्ट पहचान मिली है।

ड्रोन और बागवानी की नई पहल: प्रधानमंत्री द्वारा चलाए गए नमो ड्रोन दीदी कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड में 28 ड्रोन वितरित किए गए हैं। इसके अलावा, सेब उत्पादन की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, जिसमें 800 करोड़ रुपये की लागत से 5000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में सेब के अत्यधिक सघन बागानों की स्थापना की जाएगी।

उच्च मूल्य वाली फसलों का समर्थन: राज्य में उच्च मूल्य वाली फसलों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास योजना के तहत 16.56 करोड़ रुपये की लागत से कीवी उत्पादन के लिए योजना स्वीकृत की गई है। बागवानी के समग्र विकास के लिए 526 करोड़ रुपये की जायका परियोजना भी स्वीकृत की गई है।

आशा और प्रेरणा: मंत्री गणेश जोशी ने उम्मीद जताई कि जागरण द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम से राज्य के किसान प्रेरित होंगे और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ करेंगे।

सम्मानित व्यक्ति: इस अवसर पर पिथौरागढ़ के नरेंद्र सिंह मेहरा को जैविक गुड़ उत्पादन के क्षेत्र में सम्मानित किया गया।

इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रामविचार नैताम, मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री एंडल सिंह कोषाना, यमकेश्वर विधायक रेनु बिष्ट और अन्य प्रमुख व्यक्तियों ने भी भाग लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *