रुद्रप्रयाग। मौसम खराब होने के कारण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अगस्त्यमुनि रुद्रप्रयाग में आयोजित रक्षाबंधन और जनमिलन कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी बहनों को रक्षा बंधन की शुभकामनाएं दीं और जल्द ही रुद्रप्रयाग आने का वादा किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जिले के लिए आठ योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने अगस्त्यमुनि नगर पंचायत को नगर पालिका बनाने, भणज में आईटीआई खोलने, तुंगनाथ महोत्सव को जिला स्तरीय मेला घोषित करने, मयाली बसुकेदार गुप्तकाशी मोटर मार्ग का चौड़ीकरण और हॉटमिक्स करने, गुप्तकाशी पीएचसी को सीएचसी में अपग्रेड करने, महर्षि अगस्त्यमुनि मंदिर का सौंदर्यीकरण करने, यात्रा मार्ग पर घोड़ों और खच्चरों की अचानक मृत्यु पर दाह संस्कार की व्यवस्था बनाने, और विजयनगर-पठालीधार मार्ग के पुनर्निर्माण के लिए 5 करोड़ रुपये की स्वीकृति देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार महिला सशक्तिकरण के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। विभिन्न जनकल्याणकारी और महिला सशक्तिकरण योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है। आज हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं अपने परिवार और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के हर जिले में मातृशक्ति सबसे आगे है और स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद बड़े ब्रांडों को भी टक्कर दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सितंबर के पहले सप्ताह से चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन व्यवस्था चालू रहेगी। जो तीर्थयात्री ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पाएंगे, उन्हें मौके पर ही पंजीकरण की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए ऑफलाइन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की जाएगी, जो हरिद्वार, ऋषिकेश और गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के मुख्य पड़ावों पर भी होगी। चारधाम यात्रा के दौरान बैरिकेडिंग और चेकिंग की व्यवस्था की समीक्षा कर इसे न्यूनतम किया जाएगा। इस वर्ष की यात्रा के समाप्त होते ही अगले वर्ष की यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी। यात्रा संचालन के लिए जल्द ही यात्रा प्राधिकरण के माध्यम से प्रयास किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि केदारनाथ या किसी अन्य धाम के नाम पर देश में कहीं और दूसरा मंदिर नहीं बनेगा। कैबिनेट में यह निर्णय लिया गया है। केदारखंड के सभी मंदिरों का विकास किया जा रहा है और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने 5 करोड़ रुपये तक की पर्यटन योजनाओं पर 1.50 करोड़ रुपये की सब्सिडी देने का निर्णय लिया है। इससे पहाड़ी क्षेत्रों में होटल, होमस्टे और अन्य पर्यटन योजनाओं के विकास में मदद मिलेगी और युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में रुद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चौधरी ने रक्षाबंधन कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर स्थानीय ग्रामीण महिलाओं ने विधायक के हाथों में रक्षा सूत्र बांधकर मुख्यमंत्री को राखियाँ भेंट कीं। विधायक भरत सिंह चौधरी ने भी सभी महिलाओं को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं और कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल न हो पाने के बावजूद उनकी राखियाँ सुरक्षित रूप से मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री केदारनाथ क्षेत्र के विकास को लेकर संकल्पित हैं और निकट भविष्य में मुख्यमंत्री स्वयं वहां जाकर स्थानीय लोगों से मिलेंगे।
इस अवसर पर दायित्वधारी चंडी प्रसाद भट्ट, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवाड़ी, भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, जिलाध्यक्ष महावीर सिंह पंवार, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, महिला मोर्चा अध्यक्ष आशा नौटियाल सहित कई प्रमुख नेता और बड़ी संख्या में महिलाएं और क्षेत्रीय जनता उपस्थित थे।