देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर अपनी कुशल नेतृत्व क्षमता और नीतिगत फैसलों से देशभर में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। प्रतिष्ठित मीडिया समूह नव भारत टाइम्स द्वारा आयोजित एक सर्वे में, मुख्यमंत्री धामी को भाजपा शासित राज्यों में दूसरे सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया है, जहां उन्होंने 51.1% समर्थन के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। इस सर्वेक्षण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद धामी सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में उभरे हैं।
कड़े फैसलों से बढ़ी लोकप्रियता
मुख्यमंत्री धामी की लोकप्रियता के पीछे उनके द्वारा लिए गए साहसिक और प्रभावी निर्णयों का बड़ा योगदान है। नकलरोधी कानून, समान नागरिक संहिता (यूसीसी) और लैंड जिहाद के खिलाफ की गई कड़ी कार्रवाई जैसे फैसले राज्य में एक मिसाल बने हैं। खासकर मातृशक्ति और युवा वर्ग में उनके फैसलों ने गहरी छाप छोड़ी है।
अन्य मुख्यमंत्रियों से आगे
नव भारत टाइम्स के इस सर्वे में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा को 16.9%, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को 16.3%, और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को 15.7% समर्थन मिला है। यह सर्वे दर्शाता है कि मुख्यमंत्री धामी की लोकप्रियता न केवल उत्तराखंड में बल्कि देशभर में भी बढ़ रही है।
पहले भी साबित की ताकत
मुख्यमंत्री धामी पहले भी इंडियन एक्सप्रेस के देश के ताकतवर भारतीयों की सूची में 61वां स्थान प्राप्त कर चुके हैं। नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) रैंकिंग में उत्तराखंड को पहला स्थान दिलाने में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
सोशल मीडिया पर भी छाए धामी
मुख्यमंत्री धामी की लोकप्रियता केवल सर्वे तक सीमित नहीं है। सोशल मीडिया पर भी उनकी उपस्थिति बेहद मजबूत है। कुछ महीनों पहले, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बाद सबसे अधिक फॉलो किए जाने वाले नेताओं की सूची में शामिल हो चुके हैं। उनके फेसबुक पेज पर फॉलोअर्स की संख्या एक करोड़ से भी अधिक हो चुकी है।
कानून व्यवस्था में बेहतरीन प्रदर्शन
अपने तीन साल के कार्यकाल में, मुख्यमंत्री धामी ने विकास के साथ-साथ कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कई बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने देश का पहला सख्त नकलरोधी कानून लागू कर एक नजीर पेश की है, जिसे बाद में यूपी और केंद्र सरकार ने भी अपनाया। इसके अलावा, यूसीसी कानून को लागू करने का उनका निर्णय भी देशभर में सराहा गया है।
आपदाओं में कुशल प्रबंधन
मुख्यमंत्री धामी ने विभिन्न आपदाओं के दौरान अपनी कुशल प्रबंधन क्षमता का प्रदर्शन किया है, चाहे वह सिलक्यारा सुरंग आपदा हो, जोशीमठ संकट, हल्द्वानी की आपदा, या हाल ही में केदारनाथ में आई आपदा। उन्होंने इन सभी मौकों पर सूझबूझ और जिम्मेदारी से काम किया है।
लोकसभा चुनाव में भी दिखाया दम
युवा मुख्यमंत्री धामी ने न केवल राज्य स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी राजनीतिक कुशलता दिखाई है। लोकसभा चुनावों में उन्होंने ताबड़तोड़ जनसभाएं कीं और उत्तराखंड की पांचों सीटों पर रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज कराई।
मुख्यमंत्री धामी की यह बढ़ती लोकप्रियता और उनके द्वारा लिए गए फैसले उन्हें देश के सबसे प्रभावी नेताओं में शामिल करते हैं।