मुख्यमंत्री धामी: चंपावत को बनेगा देश का अग्रणी जिला
देहरादून/चंपावत। चंपावत जिले का स्थापना दिवस 15 सितंबर को सादगीपूर्वक जिला कलेक्ट्रेट सभागार में मनाया गया, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी वर्चुअल रूप से शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर चंपावत भू-स्थानिक डैशबोर्ड का शुभारंभ किया और यूकॉस्ट के महिला प्रौद्योगिकी केंद्र का लोकार्पण किया।
चंपावत को आदर्श और अग्रणी जिला बनाने का संकल्प
मुख्यमंत्री ने चंपावत जिले के स्थापना दिवस पर सभी निवासियों को बधाई दी और इसे देश का अग्रणी जिला बनाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि चंपावत का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है, जहां न्याय के देवता गोलज्यू और मां पूर्णागिरि का वास है। मुख्यमंत्री ने बताया कि जिले में करोड़ों रुपये की विकास योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें सड़क, पार्किंग, पर्यटन, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार शामिल है।
नवाचार और विकास योजनाएं
मुख्यमंत्री ने चंपावत को आदर्श जिले के रूप में विकसित करने के लिए विभिन्न परियोजनाओं का जिक्र किया, जिसमें गोलजू कॉरिडोर, शारदा कॉलेज कॉरिडोर और रीठा-देवीधूरा मास्टर प्लान शामिल हैं। इसके अलावा, चंपावत को आदर्श उत्तराखंड के तहत भी विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरलीकरण, समाधान और संतुष्टीकरण पर जोर देकर जिले में विकास कार्य किए जा रहे हैं, जिससे स्वरोजगार के अवसर भी पैदा हो रहे हैं।
महिलाओं के उत्पादों को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने ‘हाउस ऑफ हिमालय’ ब्रांड के तहत महिला उत्पादों की बढ़ती मांग का जिक्र किया और कहा कि इसे और व्यापक स्तर पर फैलाया जाएगा। इसके अलावा, एप्पल मिशन के तहत चंपावत में भी अच्छा काम हो रहा है, जिससे युवाओं को स्वरोजगार के अवसर मिल रहे हैं।
अतिवृष्टि से नुकसान और मदद की अपील
मुख्यमंत्री ने हाल ही में हुई अतिवृष्टि से हुए नुकसान की चर्चा की और आपदा पीड़ितों की मदद करने की अपील की। उन्होंने कहा कि उनके जन्मदिन को आपदा पीड़ितों की मदद के लिए समर्पित किया जाए।
जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों की भूमिका
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने मुख्यमंत्री धामी का स्वागत किया और जिले की विकास योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चंपावत जिले में 240 घोषणाएं की गई हैं, जिनमें से अधिकांश पूरी हो चुकी हैं।
वर्चुअल माध्यम से संबोधन
इस अवसर पर यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत और इसरो के वैज्ञानिक डॉ. हरीश कर्नाटक ने चंपावत भू-स्थानिक डैशबोर्ड से संबंधित जानकारी दी। इसके तहत 1000 महिलाओं को स्वरोजगार का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जनप्रतिनिधियों का योगदान
कार्यक्रम में विभिन्न जनप्रतिनिधियों ने जिले के विकास के लिए अपने विचार साझा किए। सभी ने चंपावत को नशा मुक्त और आदर्श जिला बनाने के संकल्प के साथ जिले के विकास में अपने योगदान का आश्वासन दिया।
विकास कार्यों की सराहना
जिलाधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की गई और चंपावत जिले को उत्तरोत्तर विकास के पथ पर अग्रसर रखने के लिए सभी ने सहयोग देने की बात कही।