वर्ष 2030 तक 50 से अधिक जनसंख्या वाले सभी गाँवों को सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री ने की महत्वपूर्ण घोषणाएं
सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए समग्र नीति का गठन
आपदा में मार्गों की शीघ्र बहाली के लिए वैलीब्रिज स्थापित होंगे

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन में आयोजित एक कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने उत्तराखण्ड के विकास के लिए व्यापक योजनाओं की रूपरेखा पेश की और राज्य के नागरिकों के लिए कई ऐतिहासिक फैसलों की जानकारी दी। इनमें से एक महत्वपूर्ण घोषणा यह रही कि राज्य के 50 और उससे अधिक जनसंख्या वाले सभी गाँवों को 2030 तक सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा।

मुख्यमंत्री धामी ने राज्य के विकास के लिए कई प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने का वादा किया। उनका कहना था कि सड़क दुर्घटनाओं की प्रभावी रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों के साथ मिलकर एक समग्र नीति तैयार की जाएगी। इसके तहत सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और दुर्घटनाओं को कम करने के उपायों को लागू किया जाएगा। साथ ही, आपदा के दौरान बहे हुए मार्गों और पुलों की तत्काल मरम्मत के लिए वैलीब्रिज स्थापित किए जाएंगे ताकि यातायात को शीघ्र सामान्य किया जा सके।

महिला और युवा विकास के लिए विशेष नीतियां

मुख्यमंत्री ने महिला और युवा विकास को लेकर भी महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में महिलाओं के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए एक नई महिला नीति जल्द ही अधिसूचित की जाएगी। इसके तहत महिलाओं के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं शुरू की जाएंगी। इसके अलावा, युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए एक विशेष “युवा नीति” बनाई जाएगी, जो उनके शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाएगी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के खिलाड़ियों को विशेष सम्मान देने के लिए आगामी राष्ट्रीय खेलों में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को अतिरिक्त पुरस्कार राशि दी जाएगी।

प्रवासी उत्तराखण्डियों के लिए अहम घोषणाएं

मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड से बाहर रहने वाले प्रवासी उत्तराखण्डियों के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाने का एलान किया। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष नवंबर में “राष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी दिवस” का आयोजन किया जाएगा, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले उत्तराखंडी शामिल होंगे। इसी प्रकार, जनवरी में विदेशों में रहने वाले उत्तराखण्डियों के लिए “अंतरराष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी दिवस” का आयोजन किया जाएगा।

इन्फ्रास्ट्रक्चर और आर्थिक विकास में नई दिशा

मुख्यमंत्री ने राज्य के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में कई बड़े कदम उठाने की बात की। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के जरिए पहाड़ों में रेल सेवाएं जल्द शुरू हो जाएंगी। इसके अलावा, राज्य में नए मेडिकल कॉलेज, एम्स ऋषिकेश के सैटेलाइट सेंटर, और पर्यटन, कृषि, बागवानी, उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में विकास की गति को तेज किया जा रहा है।

साथ ही, औद्योगिक नीति, लॉजिस्टिक नीति और स्टार्टअप नीति जैसी नई नीतियां तैयार की जा रही हैं, जिससे राज्य में पूंजी निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि ऊधमसिंह नगर में एक “इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी” स्थापित की जाएगी, जिससे राज्य में स्वरोजगार और औद्योगिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।

सामाजिक न्याय और सुरक्षा के उपाय

मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा उठाए गए सामाजिक न्याय और सुरक्षा से संबंधित कदमों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने उत्तराखण्ड में राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत और महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू किया है। इसके अलावा, अतिक्रमण के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जा रही है, और सरकार ने 5000 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त कराया है।

साथ ही, उत्तराखण्ड में एक सख्त भू कानून लाने की योजना है, ताकि राज्य की संपत्ति और संसाधनों का दुरुपयोग रोका जा सके।

मुख्यमंत्री ने दी राज्य की ऐतिहासिक नीतियों की जानकारी

मुख्यमंत्री ने राज्य के लिए उठाए गए ऐतिहासिक कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने एक कठोर नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण रोधी कानून और दंगा रोधी कानून लागू किया है। इसके साथ ही, उत्तराखण्ड को नीति आयोग द्वारा सतत् विकास के लक्ष्यों के इंडेक्स में देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में राज्य को एचीवर्स की श्रेणी में रखा गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के इन सभी प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य की बेरोजगारी दर में पिछले एक साल में 4.4 प्रतिशत की कमी आई है।

“उत्तराखण्ड गौरव सम्मान पुरस्कार” से सम्मानित हुए लोग

मुख्यमंत्री ने इस वर्ष के “उत्तराखण्ड गौरव सम्मान पुरस्कार” से सम्मानित लोगों को बधाई दी। इसमें भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, लोक गायक प्रीतम भर्तवाण, समाज सुधारक एवं आध्यात्मिक गुरु माता मंगला, अभिनेता हेमंत पांडेय और डॉ. महेश कुड़ियाल शामिल हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्थापना दिवस पर उत्तराखण्ड के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इनमें 2030 तक 50 और उससे अधिक जनसंख्या वाले सभी गाँवों को सड़क मार्ग से जोड़ने, महिला और युवा विकास के लिए नई नीतियां, और प्रवासी उत्तराखण्डियों के लिए विशेष कार्यक्रम शामिल हैं। राज्य सरकार ने राज्य की समग्र सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कई कठोर निर्णय लिए हैं, जो राज्य को देश का अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में अहम साबित होंगे।

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