– 25 वर्षों से न्याय की आस में दर-दर भटक रही वृद्ध महिला को मिली अपनी संपत्ति
– डीएम सविन बंसल की त्वरित कार्रवाई से अवैध रूप से संचालित गैस गोदाम सील
– प्रशासन की तत्परता से जनमानस में सरकार के प्रति बढ़ा विश्वास
वृद्ध महिला को 25 वर्षों बाद मिला न्याय
देहरादून के रायपुर क्षेत्र में 97 वर्षीय लीला देवी और उनकी 80 वर्षीय बेटी नीना गुरुंग को आखिरकार अपनी 12,000 वर्ग फीट जमीन का कब्जा वापस मिल गया। यह भूमि गैस एजेंसी संचालन के लिए लीज पर दी गई थी, जिसकी अवधि 1998 में समाप्त हो गई थी। इसके बावजूद, 2000 से किराया नहीं दिया गया और दस्तावेजों में हेरफेर कर इस जमीन पर कब्जा कर लिया गया।
इस मामले को डीएम सविन बंसल के जनता दर्शन कार्यक्रम में उठाया गया, जिसके बाद जांच कराकर त्वरित कार्रवाई की गई। 03 जनवरी को प्रशासन ने गैस गोदाम को सील किया और अब आखिरकार पीड़ित बुजुर्ग महिला को उनकी जमीन वापस दिलाई गई।
डीएम की तत्परता से न्याय हुआ संभव
जिलाधिकारी सविन बंसल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। प्रशासन ने गैस गोदाम के लाइसेंस को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की और जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया कि इतने वर्षों तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
डीएम बंसल की पहल से न केवल वृद्ध महिला को न्याय मिला, बल्कि प्रशासन के प्रति जनमानस का विश्वास भी मजबूत हुआ।
महिला ने जताया आभार
अपनी संपत्ति की चाबी मिलने के बाद भावुक लीला देवी ने डीएम सविन बंसल, एसडीएम कुमकुम जोशी और उनकी टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि 25 वर्षों के संघर्ष के बाद प्रशासन की तत्परता से उन्हें न्याय मिला।