बदरीनाथ/केदारनाथ – मानसून के समाप्त होने के बाद श्री बदरीनाथ-केदारनाथ धाम यात्रा ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है, जिससे श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) में उत्साह का माहौल है। बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने जानकारी दी कि अब प्रतिदिन 5,000 से अधिक तीर्थयात्री दोनों धामों में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। बरसात के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है और यात्रा मार्ग लगभग सुचारू हैं, हालांकि कुछ स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं।
मानसून के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि
अजेंद्र अजय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में चारधाम यात्रा ने पुनः गति पकड़ी है। केदारनाथ क्षेत्र में हाल की आपदा के दौरान मुख्यमंत्री धामी के सक्रिय प्रयासों से यात्रियों में सुरक्षा की भावना पैदा हुई है, जिससे तीर्थयात्री विश्वास के साथ धामों की यात्रा पर आ रहे हैं। मंदिर समिति ने भी तीर्थयात्रियों को सरल और सुगम दर्शन सुविधा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है।
अब तक 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल के अनुसार, अब तक 20.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ और श्री केदारनाथ धाम के दर्शन किए हैं। इनमें से 9,42,077 श्रद्धालुओं ने बदरीनाथ धाम के दर्शन किए, जबकि 11,08,471 श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम में भगवान शिव के दर्शन किए। इसके अतिरिक्त, द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। तुंगनाथ में अब तक 93,000 से अधिक श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचे हैं।
मंदिर समिति द्वारा किए गए विशेष इंतजाम
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि अतिवृष्टि के दौरान मंदिर समिति ने तीर्थयात्रियों को मार्गदर्शन और अन्य सुविधाएं प्रदान कीं। यात्रा मार्ग में विश्राम गृहों में निशुल्क आवास की व्यवस्था की गई, साथ ही बारिश से बचने के लिए दर्शन पंक्तियों में रैन शेल्टर और सर्दियों से बचाव के लिए अलाव की भी व्यवस्था की गई।
श्राद्ध पक्ष और नवरात्रि में बढ़ने की उम्मीद
आगामी श्राद्ध पक्ष और नवरात्रि के दौरान भी धामों में तीर्थयात्रियों की संख्या में और अधिक वृद्धि होने की संभावना है। मंदिर समिति, पुलिस प्रशासन, तीर्थ पुरोहित और अन्य संबंधित एजेंसियां समन्वय स्थापित कर तीर्थयात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही हैं।