यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा से संबंधित सभी व्यवस्थाएँ जल्द पूर्ण की जाएं। उन्होंने सड़क, पेयजल, विद्युत, स्वास्थ्य सुविधाओं और यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने को कहा।
मुख्यमंत्री ने ग्रीन चारधाम यात्रा अभियान शुरू करने, हेली टिकटों की कालाबाजारी रोकने, और शीतकाल यात्रा स्थलों का मास्टर प्लान तैयार करने के भी निर्देश दिए।
मुख्य निर्देश और व्यवस्थाएँ
1. बुनियादी सुविधाओं को मजबूत किया जाए
- यात्रा मार्गों पर सड़क, बिजली, पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं की पुख्ता व्यवस्था की जाए।
- यात्रा मार्गों के संकरे रास्तों का चौड़ीकरण किया जाए।
- जहां निर्माण कार्य चल रहे हैं, उन्हें जल्द पूरा किया जाए।
2. यातायात और पार्किंग व्यवस्था
- यात्रा मार्गों पर पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था की जाए।
- श्रद्धालुओं को अनावश्यक रूप से रुकना न पड़े, यदि आवश्यक हो तो सभी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएं।
3. हेल्थ स्क्रीनिंग और पशुपालन व्यवस्था
- श्रद्धालुओं की हेल्थ स्क्रीनिंग की समुचित व्यवस्था हो।
- घोड़े-खच्चरों का समय पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए।
- यात्रा मार्गों पर घोड़ों-खच्चरों के लिए गर्म पानी और चारे की व्यवस्था की जाए।
4. हेली टिकटों की कालाबाजारी रोकी जाए
- विजिलेंस टीम को हेलीकॉप्टर टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए निगरानी करने के निर्देश।
- दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
5. स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण
- ग्रीन चारधाम यात्रा अभियान शुरू किया जाए।
- सिंगल-यूज प्लास्टिक के उपयोग को प्रतिबंधित किया जाए।
- शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था के साथ पिंक टॉयलेट भी बनाए जाएं।
- जनप्रतिनिधि और अधिकारी स्वच्छता अभियान चलाएँ।
6. वैकल्पिक मार्ग और सुरक्षा व्यवस्था
- चारधाम यात्रा के लिए वैकल्पिक मार्गों की पर्याप्त व्यवस्था हो।
- संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन से निगरानी की जाए।
- मोबाइल कनेक्टिविटी को मजबूत किया जाए।
- यात्रा मार्गों पर हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाए।
- रियल टाइम मौसम अपडेट सिस्टम को सशक्त बनाया जाए।
7. शीतकाल यात्रा स्थलों का मास्टर प्लान
- गंगोत्री और यमुनोत्री के मास्टर प्लान पर कार्य किया जाए।
- राज्य के शीतकाल यात्रा स्थलों के विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाए।
8. प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका
- सभी आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अधिकारी अपने पहले कार्यस्थल को गोद लें।
- वे वहां रात्रि प्रवास कर जन समस्याओं का समाधान करें।
- सरकारी स्कूलों, अस्पतालों और अन्य संस्थानों का निरीक्षण करें।
9. 2026 और 2027 के प्रमुख आयोजनों की तैयारी
- 2026 में होने वाली नंदा राजजात यात्रा और 2027 के कुंभ मेले की तैयारियों पर अभी से कार्य शुरू किया जाए।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी
- कैबिनेट मंत्री: सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत
- दर्जाधारी मंत्री: विश्वास डाबर
- अपर मुख्य सचिव: आनंद बर्द्धन
- प्रमुख सचिव: आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम
- वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और चारधाम यात्रा से जुड़े जिलाधिकारी (वर्चुअल माध्यम से उपस्थित)