देहरादून।
श्री दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज, देहरादून से जुड़ी ऐतिहासिक और धार्मिक गरिमा को निशाना बनाकर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा जानबूझकर धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश की जा रही है। दरबार से जुड़ी लाखों-करोड़ों संगतों में इस साजिश को लेकर भारी आक्रोश है।
दरअसल, पहले मातावाला बाग की भूमि पर अवैध कब्जे की कोशिश की गई थी, जो अदालत के आदेशों से विफल रही। अब अमन श्वेडिया नामक व्यक्ति और उसके कुछ सहयोगी दरबार साहिब परिसर में धरना, नारेबाजी और पैदल मार्च की योजनाएं बनाकर माहौल को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में दरबार साहिब प्रबंधन ने खोला मोर्चा
गुरुवार को प्रेस क्लब, देहरादून में आयोजित प्रेस वार्ता में श्री दरबार साहिब के मुख्य व्यवस्थापक मधुसूदन सेमवाल, विशेष कार्यधिकारी विनय मोहन थपलियाल, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी भूपेंद्र रतूड़ी सहित अन्य वरिष्ठों ने स्पष्ट किया कि यह गतिविधियां न्यायालय के आदेशों की खुली अवहेलना हैं। न्यायालय ने मातावाला बाग की 250 मीटर परिधि में किसी भी प्रकार के प्रदर्शन पर रोक लगाई है, जिसमें श्री दरबार साहिब भी आता है।
मातावाला बाग: ऐतिहासिक धरोहर और गरिमा का प्रतीक
प्रबंधन ने दोहराया कि मातावाला बाग दरबार साहिब की ऐतिहासिक धरोहर है और इसे असामाजिक तत्वों के कब्जे से बचाने के लिए हर संभव कानूनी कदम उठाए जाएंगे। यह भी बताया गया कि वहां अब बिना अनुमति पत्र के किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा और सभी आगंतुकों का रिकॉर्ड रखा जाएगा, जिससे नशेड़ी और भू-माफियाओं की घुसपैठ रोकी जा सके।
जनहित में कार्य कर रहा है दरबार साहिब प्रबंधन
प्रबंधन ने यह भी बताया कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मरीजों के लिए जीवन रेखा है, वहीं एसजीआरआर पब्लिक स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा रियायती दरों पर दी जा रही है। साथ ही मातावाला बाग का सौंदर्यीकरण कार्य भी तेजी से किया जा रहा है, जिसमें बाउंड्रीवॉल, गेट, खरपतवार सफाई और पौधरोपण शामिल हैं।
झूठी अफवाहें और सुरक्षा गार्ड से मारपीट
प्रेस वार्ता में बताया गया कि अमन श्वेडिया और उसके साथियों द्वारा पेड़ काटने जैसी अफवाहें सोशल मीडिया पर फैलाई गईं, जबकि वन विभाग ने स्थलीय निरीक्षण में ऐसी कोई बात नहीं पाई। इससे पहले भी वर्ष 2018 में ऐसी अफवाहें फैलाई गई थीं। हाल ही में मातावाला बाग के एक सुरक्षा गार्ड के साथ मारपीट की घटना ने स्थिति को और भी तनावपूर्ण बना दिया है।
प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
दरबार प्रबंधन ने जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और सिटी मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर मामले से अवगत करवाया है और अपील की है कि धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।