नईदिल्ली। पेटीएम ने कहा कि उसने ऐप बनाने वाले भारतीय विकासकर्ताओं के लिये एंड्रायड मिनी ऐप स्टोर की शुरुआत की है। पेटीएम की इस पहल से वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी पेटीएम और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की बहुराष्ट्रीय कंपनी गूगल के बीच खींचतान और बढ़ सकती है।
पेटीएम की तरफ से यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब कुछ दिन पहले ही गूगल ने पेटीएम को गूगल प्ले स्टोर पर कुछ घंटों के लिये बंद कर दिया था। गूगल ने यह कदम उसके खेल संबंधी नियमों का उल्लंघन करने पर उठाया था।
पेटीएम ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि वह अपनी ऐप के दायरे में मिनी ऐप को सूचीबद्ध करने अथवा उनका वितरण करने को लेकर कोई शुल्क नहीं लेगा। वहीं भुगतान के लिये वह ऐप डेवलर को पेटीएम वॉलेट, पेटीएम पेमेंट्स बैंक, यूपीआई, नेट- बैंकिंग और कार्ड्स के इस्तेमाल का विकल्प उपलब्ध करायेगा।
कंपनी ने कहा कि डिकैथलॉन, ओला, पार्क-प्लस, रेपिडो, नेटमेड्स, 1एमजी, डोमिनोज पिज्जा, फ्रेशमेनु, नोब्रोकर सहित 300से अधिक ऐप आधारित सेवायें देने वाली कंपनियां इस कार्यक्रम में पहले ही शामिल हो चुकी हैं।
पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा, ‘‘मुझे इस पर गर्व है कि आज हम जिसकी शुरुआत कर रह हैं उससे प्रत्येक भारतीय ऐप डेवलपर को एक अवसर प्राप्त होगा। पेटीएम मिनी ऐप स्टोर से हमारे युवा भारतीय ऐप डेवलपर को हमारी पहुंच और भुगतान प्रणाली का लाभ मिलेगा और वह नई नवोन्मेषी सेवाओं को आगे बढ़ा सकेंगे।’’