नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खतरे से निपटने में डाक्टरों और नर्सो सहित चिकित्सा कर्मियों की भूमिका तथा जागरुकता फैलाने के लिए मीडिया की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सभी से सतर्क रहने को कहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात भाजपा संसदीय दल की बैठक में कही। बैठक की जानकारी देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने संवाददाताओं को बताया कि बजट सत्र की अवधि कम नहीं की जाएगी और यह पूर्व निर्धारित व्यवस्था के अनुसार तीन अप्रैल तक चलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस से मुकाबला करने में डॉक्टरों, नर्सो और स्वास्थ्य कर्मियों की कड़ी मेहनत एवं योगदान की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस के संबंध में जागरूकता फैलाने एवं सकारात्मक योगदान के लिये मीडिया की काफी प्रशंसा की। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता राजीव प्रताप रूडी ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के संदर्भ में किये गए कार्यो को सामने लाने से डाक्टरों, नर्सो, नगरपालिका कर्मियों, हवाई अड्डा कर्मियों, सीआईएसएफ एवं अग्रिम मोर्चे पर जुटे लोगों का मनोबल बढ़ता है। रूडी के अनुसार मोदी ने कहा कि ऐसे में हमें कोविड-19 से मुकाबला करने के विभिन्न आयामों को रेखांकित करने वाले विभिन्न लोगों का भी अभिनंदन करना चाहिए। मोदी ने कहा कि सभी स्तर पर विभिन्न प्राधिकार समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चत हो कि कोविड-19 नहीं फैले। रूडी के कहा कि बैठक में प्रधानमंत्री ने पार्टी सांसदों से कहा कि शनिवार एवं रविवार को जब वे अपने क्षेत्र में जाएं तो कोरोना वायरस के बारे में जागरूकता फैलाने का काम करें। उन्होंने प्रधानमंत्री के हवाले से बताया कि मीडिया ने काफी सकारात्मक रूप से इस अभियान को आगे बढ़ाने का काम किया है।
विपक्ष ने फि र उठाई संसद सत्र स्थगित करने की मांग
देश में महामारी कोरोना वायरस का देश और दुनिया में खौफ बना हुआ है। इस जानलेवा बीमारी ने लोगों को अपने घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है। हर रोज कोरोना वायरस के मरीजों में इजाफा हो रहा है. भारत में अब तक 126 मामले सामने आ चुके हैं। 3 लोगों की मौत भी हो चुकी है। एहतियात के तौर पर कई राज्यों में स्कूल, कॉलेज, सिनेमाहॉल, मॉल को 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। दफ्तरों में भी लोगों को घर से काम करने पर जोर दिया जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण मानों देश थम सा गया है, लेकिन इन सबके बीच एक सवाल ये भी उठ रहा है कि जब इतने कदम उठाए जा रहे हैं तो फिर संसद सत्र को स्थगित क्यों नहीं किया जा रहा है। कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने मंगलवार को ये मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को लेकर हिदायत दी है। कोरोना को लेकर स्कूल, कॉलेज बंद हैं. कोर्ट काफी हद तक बंद हैं। इसकी तारीफ की जानी चाहिए, लेकिन संसद क्यों अपवाद है। अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि संसद में कुल डेढ़ या दो हजार लोग आते हैं. इसका क्या. संसद को बंद नहीं किया जाए. मैं कुछ दिन बैठने की बात कर रहा हूं. अभी के लिए सत्र को स्थगित कर दिया जाए. हम बाद में भी बैठ सकते हैं।
आप ने लिखा पत्र
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने राज्यसभा चेयरमैन को पत्र लिख। उन्होंने कहा कि सबको पता है कि कई राज्यों ने कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए इसे महामारी घोषित कर दिया है। इसे देखते हुए आपसे आग्रह है कि संसद के मौजूदा सत्र को स्थगित कर दिया जाए। कम से कम जब तक इस पर काबू नहीं पाया जाता, तब तक सत्र को रोका जा सकता है।