- तीन वर्षों से विरासत का मामला भटकता हुआ सुलझा।
- महिला उत्पीड़न मामलों में सरकारी वकील और वन स्टॉप सेंटर से मदद।
- बुजुर्गों को बेटों के उत्पीड़न पर दी गई राहत।
- गरीब महिला का पानी का बिल माफ और पेंशन प्रदान।
1. विरासत का मामला:
देहरादून के निरंजनपुर निवासी एक बुजुर्ग ने जनता दर्शन में बताया कि वह तीन वर्षों से निर्विवाद विरासत दर्ज कराने के लिए भटक रहे हैं। जिलाधिकारी (डीएम) सविन बसंल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उप जिलाधिकारी सदर को शाम तक रिपोर्ट देने और तुरंत खतौनी दर्ज करने के निर्देश दिए।
2. महिला उत्पीड़न:
- निजी स्कूल में वेतन न मिलने की शिकायत: प्रेमनगर निवासी महिला ने शिकायत की कि उनका दो महीने का वेतन बकाया है। डीएम ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
- भूमि विवाद: एक महिला ने बताया कि उसकी जमीन पर उत्तर प्रदेश के निवासी ने अवैध कब्जा कर लिया है। डीएम ने सरकारी वकील और कानूनी सहायता दिलाने का आदेश दिया।
- घरेलू उत्पीड़न: परिजनों द्वारा प्रताड़ित महिला को वन स्टॉप सेंटर से सहायता दिलाने और केस दर्ज करने के निर्देश दिए गए।
3. बुजुर्गों के लिए न्याय:
एक बुजुर्ग दंपति ने बताया कि उनके बेटे उन्हें परेशान कर रहे हैं। डीएम ने बेटों को सख्त चेतावनी दी कि वे माता-पिता की सेवा करें, अन्यथा भरण-पोषण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
4. आर्थिक सहायता:
दीपनगर निवासी एक बुजुर्ग विधवा महिला ने अपनी आर्थिक तंगी की जानकारी दी। डीएम ने:
- पानी का 1/3 बिल माफ किया।
- समाज कल्याण विभाग से वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृत की।
5. वेतन विवाद:
जिला अस्पताल में संविदा पर कार्यरत एक प्लंबर ने वेतन वृद्धि न होने की शिकायत की। डीएम ने सीएमएस को निर्देश दिया कि श्रम विभाग के प्रचलित मानकों के अनुसार वेतन का भुगतान हो।
समापन:
जनता दर्शन कार्यक्रम में कुल 60 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें भूमि विवाद, स्वास्थ्य, शिक्षा, नगर निगम, और समाज कल्याण से जुड़ी शिकायतें शामिल थीं। सभी शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।