पुलिस महानिदेशक का ऊधमसिंहनगर दौरा
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अभिनव कुमार ने कुमाऊं दौरे के दौरान ऊधमसिंहनगर का भ्रमण किया। उन्होंने पुलिस कार्यालय की विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। डीजीपी ने स्थानीय नागरिकों के साथ जनसंवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जहां नागरिकों ने यातायात व्यवस्था, युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति और महिला अपराधों के संबंध में अपने सुझाव और चिंताएं व्यक्त कीं।
नशा मुक्त उत्तराखंड: प्राथमिक लक्ष्य
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि उत्तराखंड को नशामुक्त बनाना पुलिस विभाग की प्रमुख प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों में जनता से सहयोग की अपील की और सुझाव दिया कि नशे से प्रभावित बच्चों की काउंसलिंग कर नशे की रोकथाम की जा सकती है। इस पहल का जनसंवाद कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने तालियों से स्वागत किया।
पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया
पुलिस महानिदेशक ने 12 अधिकारियों और कर्मचारियों को उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। सम्मानित अधिकारियों में सीओ सितारगंज बहादुर सिंह चौहान, चौकी प्रभारी अरविंद बहुगुणा, महिला उप निरीक्षक दीपा अधिकारी, आरक्षी डोली जोशी, पीआरओ ऑफिस के आरक्षी विक्रांत और अन्य अधिकारी शामिल थे। इन सभी को अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सम्मानित किया गया।
पुलिस जवानों के साथ बैठक और संवाद
डीजीपी ने 31वीं वाहिनी पीएसी के प्रशासनिक परिसर में आयोजित सम्मेलन में पुलिस अधिकारियों और जवानों के साथ संवाद किया। उन्होंने उनकी व्यक्तिगत और पारिवारिक समस्याओं को सुना और समय पर समाधान का आश्वासन दिया। डीजीपी ने कहा कि पीएसी एक अनुशासित बल है जिसे हमेशा आपात स्थितियों के लिए तैयार रहना होता है। साथ ही उन्होंने सेनानायकों को जवानों में अनुशासन बनाए रखने के निर्देश दिए।
अधिकारियों की मौजूदगी
इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारी, जैसे डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत (उपमहानिरीक्षक), प्रीति प्रियदर्शिनी (31वीं वाहिनी पीएसी की सेनानायक), डॉ. पंकज भट्ट (46वीं वाहिनी पीएसी के सेनानायक), और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
निष्कर्ष
डीजीपी अभिनव कुमार ने नशामुक्त उत्तराखंड के लिए जनता और पुलिस के साझा प्रयासों की जरूरत पर जोर दिया और पुलिस विभाग को राज्य की सुरक्षा और विकास के लिए पूरी तरह समर्पित बताया।